लखनऊ, 28 मार्च 2025:
यूपी की राजधानी में 17 साल पूर्व महिला के प्रसव के दौरान डाक्टर साहिबा पेट में कैंची ही भूल गईं। महिला अक्सर बीमार रहती इलाज चलता रहा आखिरकार कुछ दिन पूर्व एक्स रे की नौबत आई तो कैंची दिखी। अचरज में पड़े परिजनों ने केजीएमयू में ऑपरेशन कर कैंची निकलवाई है और डॉक्टर साहिबा के खिलाफ पुलिस को तहरीर भी दी है।
2008 फरवरी में इंदिरा नगर के निजी संस्थान में महिला का हुआ था प्रसव
लखनऊ की इंदिरा नगर कालोनी के सी 847 में रहने वाले अरविंद पांडे कोआपरेटिव सोसाइटी में उप निदेशक के पद पर तैनात हैं। ये अनोखा प्रकरण उनकी पत्नी संध्या पांडे से जुड़ा है। पति अरविंद द्वारा गाजीपुर थाने में दी गई तहरीर में इसका पूरा ब्यौरा भी दिया गया है। इसके मुताबिक संध्या का प्रसव इंदिरा नगर के ही शी मेडिकल केयर में 26 फरवरी 2008 को डॉ पुष्पा जायसवाल द्वारा कराया गया था। संतान होने के बाद कुछ दिन सब ठीक रहा लेकिन उसके बाद पत्नी को तरह तरह की दिक्कतें होने लगीं। वो मुनासिब इलाज कराता रहा।
केजीएमयू में दो दिन पूर्व ऑपरेशन कर निकाली गई कैंची, पति ने महिला डॉक्टर के खिलाफ दी तहरीर
पति अरविंद का कहना है कि गत 23 मार्च को संध्या का एक्स रे कराया गया तो पेट मे कैंची दिखाई दी। इसके बाद 25 मार्च को संध्या को मेडिकल कालेज ले जाया गया। यहां उसका मेडिकल टेस्ट हुआ। यहां डाक्टरों ने उसे एडमिट कर लिया और 26 मार्च को ऑपरेशन कर कैंची बाहर निकाली। इस तरह उसकी पत्नी की जान बच सकी। अरविंद पांडे ने गुरुवार 27 मार्च को गाजीपुर थाने में तहरीर देकर लापरवाही बरतने वाली आरोपी डॉक्टर पुष्पा जायसवाल पर मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।
