
छत्तीसगढ़, 11 नबंवर 2024
छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में जंगली हाथियों के झुंड ने दो बच्चों को कुचलकर मार डाला। वन विभाग अधिकारी ने मुताबिक यह घटना शनिवार रात रामानुजनगर वन क्षेत्र के अंतर्गत महेशपुर गांव के पास टोंगतैया पहाड़ी पर हुई।
इस दुखद घटना में मारे गये बच्चे पीड़ित दिशु (11) और उसकी बहन काजल (5) पंडो जनजाति से थे, जो विशेष रूप से कमजोर आदिवासी समूह है।
शुरुआती जानकारी के मुताबिक, 11 हाथियों के झुंड ने पहाड़ी पर एक झोपड़ी पर हमला कर दिया उन्होंने बताया कि माता-पिता तो भागने में सफल रहे, लेकिन बच्चे समय रहते वहां से नहीं भाग पाए और हाथियों ने बच्चों को कुचलकर मार डाला।
जानकारी मिलते ही वन विभाग और पुलिस कर्मी मौके पर पहुंचे और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। वहीं सरकार की ओर से अधिकारी ने कहा कि मृतकों के परिजनों को 25,000 रुपये की तत्काल राहत मिली है, और प्रत्येक को 5.75 लाख रुपये का शेष मुआवजा औपचारिकताओं के बाद वितरित किया जाएगा। हमले के बाद, पहाड़ी पर चार अन्य झोपड़ियां खाली कर दी गईं और निवासियों को प्रेमनगर में स्थानांतरित कर दिया गया, उन्होंने कहा कि झुंड को भगाने के प्रयास जारी हैं।
राज्य में, विशेषकर उत्तरी भाग में मानव-हाथी संघर्ष, पिछले एक दशक से चिंता का कारण रहा है। यह खतरा धीरे-धीरे मध्य क्षेत्र के जिलों में फैल रहा है। इस खतरे का सामना करने वाले जिले हैं सरगुजा, रायगढ़, कोरबा, सूरजपुर, महासमुंद, धमतरी, गरियाबंद, बालोद और बलरामपुर। वन विभाग के अनुसार, पिछले पांच वर्षों में राज्य में हाथियों के हमलों में 300 से अधिक लोग मारे गए।






