दंतेवाड़ा, 25 मार्च 2025
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में मंगलवार को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए तीन माओवादियों में एक 25 लाख रुपये का इनामी माओवादी भी शामिल है।
पुलिस अधीक्षक गौरव राय ने बताया कि मुठभेड़ सुबह करीब आठ बजे दंतेवाड़ा और बीजापुर जिलों की सीमा पर स्थित जंगल में उस समय हुई जब सुरक्षाकर्मियों का एक दल माओवाद विरोधी अभियान पर निकला था। उन्होंने बताया कि राज्य पुलिस की दोनों इकाइयों जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और बस्तर फाइटर्स के जवान इस अभियान में शामिल थे। यह अभियान गीदम थाना क्षेत्र के अंतर्गत गिरसापारा, नेलगोडा, बोडगा और इकेली गांवों के जंगलों में माओवादियों की मौजूदगी की सूचना के आधार पर शुरू किया गया था। अधिकारी ने बताया कि गोलीबारी बंद होने के बाद घटनास्थल से तीन पुरुष माओवादियों के शव बरामद किये गये। उन्होंने बताया कि घटनास्थल से एक इंसास राइफल, एक 303 राइफल, विस्फोटक सामग्री और दैनिक उपयोग की वस्तुएं भी बरामद की गईं।
अधिकारी ने बताया कि प्रथम दृष्टया मुठभेड़ में मारे गए तीन माओवादियों में से एक की पहचान तेलंगाना के वारंगल निवासी सुधीर उर्फ सुधाकर उर्फ मुरली के रूप में हुई है, जो माओवादियों के सबसे मजबूत संगठन – दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के सदस्य के रूप में सक्रिय था।
अधिकारी ने बताया कि उस पर 25 लाख रुपये का इनाम था। उन्होंने बताया कि दो अन्य आतंकवादियों की पहचान अभी नहीं हो पाई है। उन्होंने बताया कि इलाके में तलाशी अभियान अभी भी जारी है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार माओवादियों के खिलाफ क्रूर दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ रही है और उन माओवादियों के खिलाफ शून्य सहनशीलता की नीति अपना रही है, जिन्होंने आत्मसमर्पण से लेकर समावेश तक की सुविधाएं दिए जाने के बावजूद आत्मसमर्पण नहीं किया है। उन्होंने कहा कि देश 31 मार्च 2026 तक माओवाद मुक्त हो जाएगा।
20 मार्च को सुरक्षा बलों ने राज्य के बीजापुर और कांकेर जिलों में दो मुठभेड़ों में 30 माओवादियों को मार गिराया था। इस साल अब तक राज्य में अलग-अलग मुठभेड़ों में 116 माओवादी मारे जा चुके हैं। इनमें से 100 माओवादी बस्तर संभाग में मारे गए, जिसमें बीजापुर और दंतेवाड़ा समेत सात जिले शामिल हैं।