
सीकर,12 नवंबर 2024
पूर्व सांसद सुमेदानंद सरस्वती ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। खड़गे ने साधु-संतों को राजनीति में न आने की सलाह दी थी, जिस पर सरस्वती ने कहा कि खड़गे को इतिहास पढ़ना चाहिए, क्योंकि आजादी की लड़ाई में कई संतों ने हिस्सा लिया था। उन्होंने यह भी कहा कि मुसलमानों को दाढ़ी रखकर राजनीति में आने पर कोई आपत्ति नहीं होती, लेकिन जब भाजपा में साधु-संत आते हैं तो कांग्रेस को समस्या होती है। साथ ही, सरस्वती ने याद दिलाया कि कांग्रेस ने भी कई संतों को राजनीति में उतारा था।
मुंबई में हुए संविधान बचाओ सम्मेलन में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था कि कई नेता साधु के भेष में रहते हैं और अब वे राजनेता बन गए हैं, कुछ तो मुख्यमंत्री भी बन गए हैं। खड़गे ने कहा कि ये नेता गेरुआ कपड़े पहनते हैं और उनके सिर पर बाल नहीं होते। उन्होंने बीजेपी से यह अपील की कि या तो सफेद कपड़े पहनें, या फिर अगर आप संन्यासी हैं तो राजनीति से बाहर हो जाएं।






