
छतरपुर,28 मार्च 2025
मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के नौगांव थाना क्षेत्र के दौरिया गांव में एक अनूठी प्रेम कहानी सामने आई, जहां दो सहेलियों ने समाज की परंपराओं को तोड़ते हुए शादी कर ली। परिवार ने न सिर्फ इस रिश्ते को स्वीकार किया, बल्कि बहू का भव्य स्वागत भी किया। यह विवाह इसलिए खास रहा क्योंकि इसमें दूल्हा नहीं था, बल्कि दोनों युवतियों ने एक-दूसरे का हाथ थामकर जीवनभर साथ रहने का संकल्प लिया।
नौगांव क्षेत्र की रहने वाली 24 वर्षीय सोनम यादव और मणिपुर की मानसी की दोस्ती सोशल मीडिया के जरिए हुई थी। जान-पहचान से शुरू हुई बातचीत दोस्ती में बदली और फिर प्यार में तब्दील हो गई। समाज की बंदिशों की परवाह किए बिना दोनों ने कोर्ट मैरिज कर ली। इस शादी से पहले सोनम की गुमशुदगी की शिकायत थाने में दर्ज कराई गई थी, लेकिन जब पुलिस ने जांच शुरू की, तो दोनों युवतियां दौरिया गांव पहुंच गईं। पुलिस ने उन्हें थाने बुलाकर पूछताछ की, जहां उन्होंने कोर्ट मैरिज से जुड़े दस्तावेज दिखाए और आपसी सहमति से शादी करने की पुष्टि की। इसके बाद पुलिस ने उनके बयान दर्ज कर उन्हें छोड़ दिया।
सोनम यादव, जो हमेशा से लड़कों की तरह रहने की शौकीन रही हैं, ने फेसबुक के जरिए मानसी से संपर्क किया। प्यार परवान चढ़ने के बाद दोनों ने शादी करने का फैसला लिया। मानसी असम से दौरिया आई और दोनों ने मंदिर में शादी की। अब यह नवविवाहित जोड़ा असम रवाना हो चुका है।
छतरपुर जिले में इस समलैंगिक विवाह की खबर तेजी से फैल रही है। शादी की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं, और यह प्रेम कहानी चर्चा का विषय बन गई है। भले ही समाज में समलैंगिक विवाह को लेकर अलग-अलग राय हो, लेकिन सोनम और मानसी ने अपने प्रेम को समाज की परवाह किए बिना एक नया मुकाम दिया है।






