
लखनऊ, 1 अप्रैल 2025:
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) व भाजपा की समन्वय बैठक कल गाजियाबाद में होगी। बैठक में सरकार व संगठन से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा हो सकती है। बैठक में संगठन व सरकार के मुखिया दोनों शामिल होंगे इसलिए उठने वाले मसलों को लेकर नेता व पदाधिकारी खामोश हैं।
सीएम, प्रदेश अध्यक्ष व आरएसएस के मुखिया होंगे शामिल
गाजियाबाद में ये बैठक नेहरू नगर स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में आयोजित की जाएगी। पुलिस ने सुरक्षा इंतजामों के मकसद से आयोजन स्थल का आज जायजा भी लिया। इसमें सीएम योगी आदित्यनाथ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी तो भाग लेंगे ही आरएसएस के मुखिया मोहन भागवत के भी शामिल होने की चर्चा है।
अहम समय पर हो रही बैठक, कई फैसले हैं लटके
ये बैठक ऐसे समय होने जा रही है जब संगठन और सरकार को कई अहम मामलों पर फैसले लेने बाकी हैं। इधर आरएसएस किसी भी सूरत में सामाजिक कलह से बचना चाहती है तो यूपी में अक्सर आक्रांता, मेला, प्रतिबंध की मांग जैसे मामलों पर बिगड़े बोल वाले बयान सामने आ रहे हैं। अचानक खुद को हिंदूवादी संगठन बताने वालों की बाढ़ आ गई है। इस बैठक में इस मुद्दे के साथ अन्य मसलों पर भी गम्भीरता से विचार हो सकता है।
मिशन 2027 को लेकर मंत्रिमंडल में फेरबदल पर भी हो सकता है विचार
हालांकि होली के बाद सरकार के मंत्रिमंडल में भी फेरबदल किये जाने की चर्चा थी लेकिन मामला लटका ही रहा। मिशन 2027 को लेकर तमाम समीकरण साधने की कोशिश में लगी सरकार को संघ की ओर से भी सुझाव मिलने की उम्मीद है।
28 जिलों में अध्यक्ष के नाम भी नहीं आये सामने
संगठन की बात करें तो होली के बाद 70 जिलाध्यक्षों की लिस्ट तो जारी हुई लेकिन पूर्वी और पश्चिमी यूपी के 28 जिलों में बड़े नेताओं जनप्रतिनिधियों और आरएसएस की आपत्तियों की वजह से जिलाध्यक्ष की घोषणा नहीं हो सकी। वैसे इसके पीछे संगठन ने अन्य कारण बताए थे लेकिन असली कारण सहमति का न होना ही चर्चा में रहा।
संगठन को भी देना है नया चेहरा
उत्तर प्रदेश में भाजपा को अपना नया मुखिया भी चुनना है। वर्तमान अध्यक्ष को मंत्रिमंडल में शामिल कर नए अध्यक्ष की ताजपोशी से भी कई सियासी समीकरण साधने की कवायद होनी बाकी है। ताजा मामला तो भाजपा के ही विधायक नंद किशोर गुर्जर का ही छाया है। उन्होंने बैठक से एक दिन पहले ही मोर्चा खोलकर अपनी ही सरकार के नौकरशाह और माननीयों पर सवाल दागे हैं।