मयंक चावला
आगरा, 3 जनवरी 2025:
यूपी में आगरा के सिकंदरा के इंडस्ट्रियल एरिया में बीते 22 अक्टूबर को पकड़ी गई दवा माफिया विजय गोयल की अवैध दवा फैक्ट्री मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। ड्रग विभाग की जांच में 10 में से 5 दवाएं नकली पाई गई हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, सिर्फ कच्चा माल और कैप्सूल कवर ही असली थे, बाकी दवाओं में भारी गड़बड़ी मिली है।
ड्रग विभाग ने फैक्ट्री पर छापेमारी के दौरान 14 नमूने लिए थे। बीते महीने आई जांच रिपोर्ट में 4 नमूनों में से 3 नकली पाए गए थे। ताज़ा जांच में अल्प्राजोलम, प्रॉक्सीवेल स्पास कैप्सूल, अल्प्रासेफ 0.5, मौनटेर एफक्स टैबलेट और नींद की दवा बनाने में इस्तेमाल होने वाले साईपोहैप्टडिन पाउडर को नकली पाया गया।
सहायक आयुक्त औषधि अतुल उपाध्याय ने बताया कि एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स और औषधि विभाग की संयुक्त कार्रवाई में 22 अक्टूबर को फैक्ट्री पकड़ी गई थी। इस दौरान करीब 10 करोड़ रुपये की दवाएं और मशीने जब्त की गई थीं। दोनों बार की जांच में कुल 38 नमूने लिए गए, जिनमें कैप्सूल और सिरप भी नकली पाए गए।
जांच में सामने आया है कि विजय गोयल उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश से पुरानी मशीने और दिल्ली से कच्चा माल खरीदकर देश के कई राज्यों समेत बांग्लादेश तक दवाओं की सप्लाई कर रहा था। अब दवा माफिया विजय गोयल और उसके 10 साथियों के खिलाफ ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट 18/27 के तहत विशेष न्यायालय में मुकदमे दर्ज किए जाएंगे। फिलहाल, सभी आरोपी जेल में बंद हैं।