
अंशुल मौर्य
वाराणसी, 13 जून 2025:
यूपी के वाराणसी में तीन साल पूर्व हुए भाजपा नेता पशुपतिनाथ सिंह हत्याकांड में फास्ट ट्रैक कोर्ट ने 16 दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई है। वहीं मृतक के बेटे रुद्रेश ने सभी दोषियों को फांसी की सजा देने की मांग रखी है।
शराबियों के उत्पात में बेटे को बचाते समय जानलेवा हमले में गई थी पशुपतिनाथ की जान
अभियोजन पक्ष के मुताबिक 12 अक्टूबर 2022 की शाम सिगरा थाना क्षेत्र के जयप्रकाश नगर (माधोपुर) में शराब के ठेके के पास चंदुआ छित्तूपुर निवासी मंटू सरोज, राहुल सरोज और उनके कुछ साथी शराब पीकर गाली-गलौज और हंगामा कर रहे थे। पड़ोस में रहने वाले राजकुमार सिंह ने उन्हें डांटकर वहां से भगाया। यह बात उपद्रवियों को नागवार गुजरी। थोड़ी ही देर में 15-20 लोगों का हुजूम लाठी-डंडों और लोहे की रॉड लिए वापस लौटा। मंटू, राहुल और अभिषेक के उकसावे पर भीड़ ने राजकुमार पर हमला बोल दिया। शोर सुनकर राजकुमार के पिता, BJP नेता पशुपतिनाथ सिंह (71) बीच-बचाव करने पहुंचे। हमलावरों ने उन्हें भी नहीं बख्शा। लोहे की रॉड और डंडों से ताबड़तोड़ वार किए गए। गंभीर चोटों की वजह से पशुपतिनाथ सिंह अचेत होकर जमीन पर गिर पड़े। परिजन उन्हें तुरंत BHU ट्रॉमा सेंटर ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
दो नाबालिक समेत 18 के खिलाफ दाख़िल हुई थी चार्जशीट
घटना के बाद मामला हाईप्रोफाइल हो गया। राजकुमार सिंह ने दिनेश पाल, सूरज यादव, अनूप सरोज, मन्टू सरोज, अभिषेक सरोज, गणेश सरोज, मनीष पांडेय, रमेश पाल, सुरेश सरोज, श्यामबाबू, पवन, साहिल गुप्ता, संदीप गुप्ता, विशाल राजभर, विकास राजभर समेत 18 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी कर 18 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की, जिसमें दो नाबालिग थे, जिनका मामला किशोर न्यायालय में चल रहा है।
पीएम ने जताया था शोक, 9 पुलिस कर्मी हुए थे सस्पेंड, बेटे ने रखी फांसी की मांग
इस हत्याकांड की गूंज इतनी तेज थी कि खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पत्र लिखकर शोक जताया। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य पीड़ित परिवार से मिलने उनके घर पहुंचे। इस बीच, लापरवाही के आरोप में दो दरोगा समेत 9 पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया। तीन साल की सुनवाई के बाद कोर्ट का फैसला आया। 16 दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई गई, लेकिन पशुपतिनाथ सिंह के बेटे रुद्रेश का गुस्सा अभी ठंडा नहीं हुआ। उन्होंने कहा, “मेरे पिता की बेरहमी से हत्या करने वालों को उम्रकैद नहीं, फांसी की सजा मिलनी चाहिए।”






