
हरेंद्र दुबे
गोरखपुर, 30 जून 2025:
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सोमवार को दो दिवसीय दौरे पर गोरखपुर पहुंचीं और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के पहले दीक्षांत समारोह में भाग लिया। इस अवसर पर राष्ट्रपति ने 61 मेडिकल स्नातकों (डॉक्टरों) को उपाधि और मेडल प्रदान किए।
समारोह को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि डॉक्टर का व्यवहार मरीज के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर गहरा असर डालता है। उन्होंने कहा कि एक संवेदनशील डॉक्टर अपने व्यवहार और सहानुभूति से मरीज को जल्दी ठीक होने में मदद करता है। चिकित्सा केवल एक पेशा नहीं, बल्कि सेवा है। उन्होंने डॉक्टरों के समर्पण की सराहना करते हुए कहा कि वे समाज के लिए प्रेरणा स्रोत हैं।
राष्ट्रपति ने एम्स की उपलब्धियों की सराहना करते हुए कहा कि यह संस्थान न केवल चिकित्सा सेवाओं की गुणवत्ता का प्रतीक है, बल्कि नवाचार, अनुसंधान और सेवा भावना का केंद्र भी बन गया है। उन्होंने एम्स गोरखपुर की त्वरित प्रगति और समाज के हर वर्ग को सुलभ, सस्ती चिकित्सा सुविधा देने के प्रयासों की भी प्रशंसा की।
उन्होंने कहा कि भारत में चिकित्सा सेवाएं अंतरराष्ट्रीय मानकों की हैं। इलाज की लागत अन्य देशों की तुलना में कम होने के कारण मेडिकल टूरिज्म को भी बढ़ावा मिला है। उन्होंने टेक्नोलॉजी के प्रयोग जैसे टेलीमेडिसिन, रोबोटिक सर्जरी और एआई-बेस्ड डायग्नोस्टिक की भूमिका को रेखांकित करते हुए मानवता, नैतिकता और डेटा गोपनीयता बनाए रखने की आवश्यकता पर बल दिया।
राज्यपाल बोलीं… ज्ञान और सेवा से राष्ट्र निर्माण में देना चाहिए योगदान
समारोह में यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मेडिकल स्नातकों को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें अपने ज्ञान और सेवा से राष्ट्र निर्माण में योगदान देना चाहिए। उन्होंने गोरखपुर को धार्मिक और सांस्कृतिक नगरी के साथ-साथ एक शैक्षणिक केंद्र के रूप में भी उभरता हुआ बताया।
सीएम योगी बोले… नए डॉक्टरों को चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों के लिए रहना होगा तैयार
सीएम योगी आदित्यनाथ ने समारोह को संबोधित करते हुए एम्स के पहले पासआउट बैच से आह्वान किया कि वे पूर्वी उत्तर प्रदेश में इंसेफेलाइटिस जैसी बीमारियों पर रिसर्च करें। उन्होंने कहा कि अब जीवन संग्राम शुरू हो रहा है और नए डॉक्टरों को चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों के लिए तैयार रहना होगा। सीएम ने बताया कि आठ वर्ष पहले जहां पूर्वी उत्तर प्रदेश में केवल बीआरडी मेडिकल कॉलेज था, वहीं आज लगभग हर जिले में मेडिकल कॉलेज है और बलिया में भी नया मेडिकल कॉलेज खोला जा रहा है।
समारोह में केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल, गोरखपुर के सांसद रवि किशन, एम्स गोरखपुर के अध्यक्ष देशदीपक वर्मा, कार्यकारी निदेशक मेजर जनरल डॉ. विभा दत्ता समेत कई अतिथि उपस्थित रहे।






