
बिजनौर, 24अक्टूबर 2024
बिजनौर जिले के नुमाइश मैदान में गुरुवार को आयोजित भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) टिकैत की महापंचायत में हजारों किसान शामिल हुए। भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने इस दौरान सरकार और EVM पर तीखा हमला किया, और ईवीएम को “सरकार की मौसी” करार देते हुए चुनावी प्रक्रिया की आलोचना की।
राकेश टिकैत ने यूपी के उपचुनावों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि जनता बीजेपी को वोट नहीं देती, फिर भी वे जीतते हैं, क्योंकि “EVM सरकार की मौसी है”। उन्होंने चुनावी प्रक्रिया में EVM को “बीमारी” बताया और आरोप लगाया कि चुनाव के बाद EVM के पुराने डेटा को मिटाकर नया सेट कर दिया जाता है। टिकैत ने हाल के गन्ना समिति चुनाव का उदाहरण देते हुए कहा कि EVM के सेल बदले जाते हैं, जिससे धांधली की संभावना बढ़ती है।
किसानों की समस्याओं को लेकर की गई महापंचायत में राकेश टिकैत ने उन्हें उठाया। आरोप लगाया कि बिजनौर प्रशासन और सरकार किसानों को तंग कर रही है। हाथी फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। फसल को बचाने के लिए तार लगाने पर हाथी करंट से मर जाए तो किसान जेल में भेजा जाता है। जंगली जानवरों ने 50 किसानों की जान ले ली है, लेकिन सरकार इस पर कोई ऐक्शन नहीं ले रही है।
राकेश टिकैत ने बिजनौर की महापंचायत में किसानों के मुद्दों पर सरकार को घेरते हुए सवाल उठाया कि क्या किसान अपनी फसल छोड़कर जंगली जानवरों के आतंक के कारण बाहर चले जाएं। उन्होंने कहा कि गन्ने का उचित मूल्य नहीं मिल रहा और गन्ने का भुगतान भी लंबित है। टिकैत ने यह भी कहा कि इस तरह की पंचायतें पूरे देश में जारी रहेंगी, और किसानों का संघर्ष और भी कड़ा होगा।उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि नीतियां अधिकारियों की कलम से तय हो रही हैं, खासकर दिल्ली की नीतियां लखनऊ को स्वतंत्र रूप से काम करने नहीं देतीं।