प्रयागराज,11 जनवरी 2025
प्रयागराज महाकुंभ 2025 के दौरान जूना अखाड़े के महंत कौशल गिरी ने एक 13 साल की बच्ची राखी का कन्यादान कर उसे साध्वी बनाने की प्रक्रिया शुरू की। आगरा के दंपति संदीप सिंह और रीमा, जो चार साल से महंत के भक्त थे, ने अपनी बेटी की साध्वी बनने की इच्छा को देखते हुए यह फैसला लिया। कन्यादान के बाद बच्ची को नया नाम ‘गौरी’ दिया गया और संस्कार की तारीख तय की गई। लेकिन इस घटना की चर्चा होते ही संत समाज और अखाड़े में इसका विरोध शुरू हो गया।
जूना अखाड़े की आमसभा में महंत कौशल गिरी को इस कदम के लिए 7 साल के लिए निष्कासित कर दिया गया। साथ ही, बच्ची राखी को वापस उसके माता-पिता के पास भेज दिया गया। संत समाज ने इस परंपरा को गलत ठहराया और इसे धार्मिक मर्यादाओं का उल्लंघन बताया। घटना ने महाकुंभ क्षेत्र में तीखी प्रतिक्रिया पैदा की।