नई दिल्ली, 29 अगस्त
विशाखापत्तनम मे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में दूसरी अरिहंत श्रेणी की पनडुब्बी ‘आईएनएस अरिघात’ आज भारतीय नौसेना में शामिल की गई
इस अवसर पर अपने संबोधन में अपने संबोधन में रक्षा मंत्री ने विश्वास जताया कि ‘अरिघात’ भारत के परमाणु त्रिकोण को और मजबूत करेगी, परमाणु प्रतिरोध को बढ़ाएगी, क्षेत्र में रणनीतिक संतुलन और शांति स्थापित करने में मदद करेगी तथा देश की सुरक्षा में निर्णायक भूमिका निभाएगी। उन्होंने इसे राष्ट्र के लिए एक उपलब्धि और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के रक्षा क्षेत्र में ‘आत्मनिर्भरता’ हासिल करने के अटूट संकल्प का प्रमाण बताया।
राजनाथ सिंह ने इस क्षमता को हासिल करने में भारतीय नौसेना, डीआरडीओ और उद्योग जगत की कड़ी मेहनत और तालमेल की सराहना की। उन्होंने इस आत्मनिर्भरता को आत्मशक्ति की नींव बताया। उन्होंने इस तथ्य की सराहना की कि देश के औद्योगिक क्षेत्र, विशेष रूप से एमएसएमई को इस परियोजना के माध्यम से भारी बढ़ावा मिला है और अधिक रोजगार के अवसर पैदा हुए हैं।