
महाकुंभ नगर, 07 फरवरी 2025 :
यूपी के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में शामिल होने आए 11 विभिन्न देशों के भिक्षु भंते व लामाओं की बौद्ध महाकुंभ यात्रा का संगम स्नान के साथ समापन हो गया। चार से सात फरवरी तक चली इस यात्रा के आखिरी दिन उन्हें मेला क्षेत्र में सम्राट हर्षवर्धन की विशाल प्रतिमा लगवाने का आश्वासन देकर विदा किया गया। बता दें कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने स्वयं इस दल का स्वागत किया था।

विहिप व आरएसएस ने आयोजित किया कार्यक्रम
यात्रा के अंतिम दिन एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसी कार्यक्रम में विश्व हिन्दू परिषद के केंद्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य इन्द्रेश कुमार ने यह आश्वासन दिया। इन्द्रेश कुमार ने कहा कि सम्राट हर्षवर्धन महा दानवीर थे। वह प्रत्येक कुंभ में आकर अन्नदान, वस्त्रदान करते थे। सम्राट हर्षवर्धन हिन्दू थे। विश्व को करुणा एवं मैत्री का संदेश देने के लिए उन्होंने बौद्ध धर्म अपनाया था। सम्पूर्ण समाज उनके प्रति श्रद्धा का भाव रखता है। इसलिए प्रयागराज में उनकी भव्य प्रतिमा लगाई जाएगी।

आयोजन से पूर्व हटाई गई थी प्रतिमा
बता दे कि प्रयागराज संगम के नजदीक हर्षवर्धन चौराहे पर सम्राट हर्षवर्धन की प्रतिमा लगी थी। महाकुंभ के शुरू होने से पहले हर्षवर्धन की प्रतिमा को प्रशासन ने हटा दिया था। बाद में काफी विरोध होने के बाद प्रशासन ने हर्षवर्धन की मूर्ति को सीएमपी डिग्री कॉलेज के सामने चौराहे पर स्थापित कराई। बौद्ध महाकुम्भ यात्रा के दौरान जब कई देशों के बौद्ध भिक्षु बड़ी संख्या में प्रयागराज पहुंचे तो हर्षवर्धन की प्रतिमा लगाने की मांग रखी थी।
