आजमगढ़,25 दिसंबर 2024
आजमगढ़ जिले के बनकटा गांव के निवासी कन्हैया यादव की रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान गोली लगने से मौत हो गई। कन्हैया रसोइये का वीजा लेकर 16 जनवरी 2024 को रूस गए थे, लेकिन वहां सैन्य प्रशिक्षण देकर उन्हें युद्ध में भेज दिया गया। मई में घायल होने की सूचना उन्होंने परिजनों को दी, लेकिन 25 मई के बाद उनका संपर्क टूट गया।
मास्को में भारतीय दूतावास ने 6 दिसंबर को परिजनों को कन्हैया की 17 जून को इलाज के दौरान मौत की जानकारी दी। 23 दिसंबर को उनका शव गांव लाया गया। उनके परिवार में पत्नी और दो बेटे हैं। परिजनों का कहना है कि रूस ने 30 लाख रुपये मुआवजा देने का वादा किया था, लेकिन वह अभी तक नहीं मिला है। गांव में उनके अंतिम संस्कार के दौरान भारी भीड़ ने शोक जताया।