पटना, 29 दिसंबर, 2024
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि कि बिहार में खेला होने की बात, बेकार की बात है। शनिवार को मीडिया से बातें करते हुए उन्होंने यह कहा। तेजस्वी ने राज्य सरकार पर हमला करते हुए कहा कि बिहार में कोई सरकार नहीं है। और जो सरकार है, वह होश में नहीं है। चिराग पासवान, जीतन राम मांझी या उनके दोनों उपमुख्यमंत्री। पहले यह हमेशा कहते थे कि नीतीश कुमार की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। अब स्थिति ऐसी आ गई है कि अब चर्चा करना होगा कि सरकार है भी या नहीं है? अगर है तो मुख्यमंत्री को लीड करना चाहिए तो लगता है कोई निर्णय लेने लायक नहीं रह गए हैं। कोई भी निर्णय नहीं ले पा रहे हैं। बाकी सरकार कौन चला रहा है? सरकार चंद रिटायर्ड अधिकारी और दो एक नेता जो दिल्ली में दो और दो पटना में हैं। वह अपने फायदे के लिए निर्णय ले रहे हैं। उन लोगों का कुछ नहीं है। बीजेपी से तालमेल है। उन लोगों को अपना देखना है। उन्होंने बिहार को, बिहार की जनता को छोड़ दिया है। यहां किसी से संवाद नहीं है। मुख्यमंत्री यात्रा पर निकल रहे हैं। कोई संवाद नहीं है। न वह मीडिया से बात कर रहे हैं न कहीं और बात कर रहे हैं। ना वह मेरे पत्र का जवाब दे रहे हैं ना केजरीवाल की पत्र का जवाब दे रहे हैं। अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री रह चुके हैं। उनकी चिट्ठी का जवाब क्या संजय झा देंगे? इससे पता चलता है कि क्या स्थिति हो गई है।
तेजस्वी ने कहा कि पूरी तरीके से नीतीश कुमार को इन लोगों ने कैद करके रखा है। अब वह होश में नहीं हैं। उनके चेहरे को आगे करके सरकार चलाया जा रहा है। यह सच है। जिनको मानना है माने, जिसको नहीं मानना है, न माने। लेकिन न मानने वाले भी अंदर से जानते हैं कि यही सच्चाई है। और ऐसे ही बिहार चल रहा है।
उन्होंने बीपीएससी मामले पर कहा कि नाइंसाफी हुई है। अगर पेपर लीक हुआ है तो पेपर सबका रद्द होना चाहिए। री एग्जाम होना चाहिए। एक सेंटर का आप रद्द करते हैं तो बाकी सेंटर का क्यों नहीं रद्द करते हैं? शिकायतें हर जगह से आ रही हैं। हम लोगों की 17 महीने की जो सरकार थी, लोगों के चेहरे पर खुशी थी। लोग खुश थे। यह जो बहाली निकली है, जो साढे तीन लाख प्रक्रियाधिन जो हमने बहाली कराई थी, यह वही बहाली है। एक साल होने जा रहा है। एक नौकरी भी नहीं लगी है। एग्जाम होता है पेपर लीक होता है। लाठी, डंडे चलाए जाते हैं। छात्रों के आंखों में आंसू हैं। सर फटा हुआ है। लाठी का दाग है। हम लोगों की सरकार में चेहरे पर जो खुशी थी। आज क्या स्थिति बनी हुई है? किसी को कोई लेना-देना नहीं है। यह डबल इंजन की सरकार कहते हैं। किस बात की डबल इंजन की सरकार है? यह कोई जनता की सरकार है? पूरे तरीके से यहां प्रशासनिक अराजकता फैल चुकी है। अफसर शाही लागू है।
उन्होने कहा कि नीतीश कुमार से पूरा बिहार खुश नहीं है। कुछ लोग खुश हो या ना हो उसे कोई फर्क नहीं पड़ता है। लेकिन पूरे बिहार के लोग झेल रहे हैं। उन्होंने बिहार में खेला होने के बाद पर कहा कि यह सब बेकार की बातें हैं।