
मयंक चावला
आगरा, 20 जुलाई 2025:
यूपी के आगरा जिले में छांगुर बाबा के धर्मांतरण गिरोह के चंगुल से छूटीं दो बेटियों के पिता अनिल भाटिया मीडिया के सामने आए। इस दौरान उन्होंने बिछाए गए जाल में बेटियों के फंसने का दर्द साझा किया तो अन्य माता-पिता को सलाह भी दी। उन्होंने कहा कि बच्चों के लिए जरूर वक्त निकालें। उनके दोस्तों को भी जानें और उन्हें अच्छी किताबों से परिचित कराएं। यही तरीका उन्हें भटकने से रोक सकेगा।
बता दें कि जमालुद्दीन उर्फ छांगुर के धर्मांतरण गिरोह के जाल में फंसकर आगरा जिले की दो सगी बहनें गत 24 मार्च को अचानक लापता हो गईं थीं। उनके पिता की शिकायत पर पुलिस ने पहले इसे सामान्य गुमशुदगी समझा, लेकिन जब 41 दिन बाद अपहरण का केस दर्ज हुआ, तब जांच में सामने आया कि दोनों बहनों को मुस्लिम धर्म में परिवर्तित कर गिरोह में शामिल किया गया था। पुलिस ने दोनों बहनों को खोज निकाला। फिलहाल इनकी काउंसलिंग चल रही है। जाल फेंकने वाली युवतियां दोस्त बनकर इन बहनों को जम्मू कश्मीर तक ले गईं थीं।
पिता अनिल भाटिया ने इस बीच मीडिया के सामने आकर परिवार की आपबीती बताई कि कैसे उनकी बेटियों को फंसाया गया। उन्हें इस बात से खुशी भी है कि बेटियां चंगुल से छूट गईं लेकिन इस बात की भी चिंता है कि धर्मांतरण गिरोह बेखटके घर आंगन में घुसपैठ कर रहा है और माता-पिता को भनक तक नहीं लग रही है। उन्होंने सलाह देते हुए कहा कि सब लोग अपने बच्चों पर ध्यान जरूर दें। हम नौकरी, व्यापार में व्यस्त रह जाते हैं और धर्मांतरण करने वाले दरिंदे इन्हें फंसा लेते हैं। बच्चों को अपने धर्म के बारे में बताते रहे। उन्हें अच्छी किताब पढ़ने को दें। बेटियों और बेटों दोनों को सही व गलत में फर्क करना बताएं। हम उनके करीब रहेंगे तभी ऐसे लोग उनसे दूर रहेंगे।