अंशुल मौर्य
वाराणसी, 9 दिसंबर 2024:
सनातन बोर्ड के निर्माण को लेकर काशी का संत समाज एकजुट हो रहा है। मंदिरों के महंतों ने इस पर अपनी राय रखते हुए कहा है कि हमें सनातन बोर्ड चाहिए और इसका मुख्यालय काशी में ही होना चाहिए।
काशी विद्वत परिषद ने घोषणा की है कि महाकुंभ के दौरान सभी अखाड़ों और साधु-संतों की एक महत्वपूर्ण बैठक के बाद इस कार्य को तेजी से आगे बढ़ाया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि बांग्लादेश की वर्तमान स्थिति को देखते हुए सनातन बोर्ड का निर्माण अत्यंत आवश्यक हो गया है।
काशी इस बोर्ड के निर्माण में देश का सबसे बड़ा केंद्र बनेगा। काशी के तीर्थ पुरोहितों और मंदिरों के महंतों ने भी इसके लिए एकजुट होकर समर्थन देना शुरू कर दिया है। साथ ही, काशी के विद्वानों ने सनातन बोर्ड की आवश्यकता जताते हुए वक्फ बोर्ड पर भी सवाल उठाए हैं।
काशी के 12 से अधिक मंदिरों के महंतों और तीर्थ पुरोहितों ने सनातन बोर्ड की मांग का समर्थन किया है। बीएचयू के धर्म संस्कृति विभाग के विद्वानों ने भी इस संगठन की आवश्यकता को बेहद जरूरी बताया है। उनका कहना है कि यह न केवल सनातनियों को एक सूत्र में बांधेगा, बल्कि धर्म और संस्कृति को भी मजबूती प्रदान करेगा।
काशी विद्वत परिषद ने कहा है कि सनातन बोर्ड के निर्माण के लिए सभी संगठनों के साथ विचार-विमर्श किया जाएगा और एक साझा निर्णय लिया जाएगा।