इंदौर, 30 अक्टूबर, 2024
देशभर में मां लक्ष्मी के कई दिव्य और चमत्कारी मंदिर हैं। ऐसा ही एक मंदिर इंदौर में है। इंदौर में स्थित लक्ष्मी मंदिर करीब 200 साल पुराना है। इसकी मान्यता इंदौर के साथ ही आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में भी है। वहीं, इस मंदिर की खासियत यह है कि यहां पर जो भी भक्त माता लक्ष्मी के दर्शन करने के लिए आते हैं। वह माता लक्ष्मी को अपने घर पर आने के लिए निमंत्रण देते हैं। निमंत्रण के लिए वह हल्दी और चावल का प्रयोग करता है। दीपावली के दिन मंदिर में खास पूजा अर्चना की जाती है। दूर-दराज से भक्त माता के दर्शन करने आते हैं और उन्हें पीले हल्दी चावल देकर अपने घर आने का आमंत्रण देते हैं। मंदिर को होलकर कालीन माना जाता है। कहा जाता है कि खुद होलकर वंश के शासक इस मंदिर में पूजा अर्चना करने के लिए आया करते थे।
दिवाली के मौके पर की गई खास सजावट
दिवाली के मौके पर धार्मिक स्थलों को भी आकर्षक रूप दिया जा रहा है। यहां की साफ़-सफाई के साथ ही आकर्षक विधुत सज्जा भी की जा रही है। इंदौर के खजराना गणेश मंदिर, महालक्ष्मी मंदिर,अन्नपूर्णा मंदिर, रणजीत हनुमान मंदिर और बिजासन माता मंदिर को दीपावली के उपलक्ष्य में ख़ास रूप से सजाया गया है। मंदिर के बाहर और अंदर झालर और लाइटिंग लगाई गई है। इसके अलावा मंदिर में मौजूद मूर्तियों का भी आकर्षक श्रृंगार किया जा रहा है। दीपावली के दौरान अलग-अलग मुहर्त में यहाँ विशेष पूजा की जाएगी। इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचेंगे। श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी ना हो इसको लेकर भी ख़ास व्यवस्था की जा रही है।
.