संभल, उत्तरप्रदेश।25 दिसंबर 2024
संभल के चंदौसी स्थित प्राचीन बावड़ी की खुदाई बुधवार को भी जारी रही, जिसमें ASI की टीम ने कार्बन डेटिंग का कार्य शुरू किया। बावड़ी के अंदर कुछ सुरंग जैसे गलियारों और कमरों के संकेत मिले हैं, जिससे वहां एक विशाल ऐतिहासिक इमारत होने का अनुमान जताया जा रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह बावड़ी राज परिवार और सैनिकों के लिए उपयोग होती थी, और पुराने समय में यह सहसपुर स्टेट की मिलकियत हुआ करती थी। सैनिक गर्मी से बचने के लिए यहां ठहरते थे, जबकि राज परिवार भी यात्रा के दौरान इसका इस्तेमाल करता था।
इस दौरान ASI टीम ने बावड़ी कुएं की वीडियोग्राफी भी शुरू की, जिससे आगामी दिनों में और अधिक जानकारी मिलने की संभावना है। 150 साल पुराना बांके बिहारी मंदिर भी यहां से निकला था, और स्थानीय अधिकारियों का मानना है कि इस क्षेत्र में और भी ऐतिहासिक धरोहरें दबे हुए हो सकते हैं। खुदाई के पांचवे दिन, नगर पालिका ने इस कार्य को गति दी, और अब यह जांचा जा रहा है कि ये भूमिगत संरचनाएं कितनी पुरानी हैं और उनका ऐतिहासिक महत्व क्या है।