
मयंक चावला
आगरा, 1 अगस्त 2025 :
यूपी के आगरा जिले में थाना रकाबगंज की बालूगंज पुलिस चाैकी के पूरे स्टॉफ को निलंबित कर दिया गया। इनमें चाैकी प्रभारी सहित चार दरोगा और चार सिपाही शामिल हैं। हालांकि इस कार्रवाई की वजह लापरवाही बताई गई लेकिन चर्चा में मोबाइल लूट की घटना का गलत तरीके से किया गया खुलासा है।
दरअसल गत 23 जुलाई को जगजीत नगर, सदर निवासी राकेश मथुरिया साइकिल से घर जा रहे थे। पुलिस कमिश्नर आवास से आगे माल रोड के मोड़ के पास बाइक सवार बदमाशों ने उनका मोबाइल लूट लिया। थाना रकाबगंज में केस दर्ज किया गया। इसके बाद पुलिस ने बताया कि घटना को अंजाम देने वाले गिरफ्तार कर लिए गए हैं। कहा गया कि घटना सादान उर्फ फैज, केशव और साहिल ने की थी। वह ताजगंज क्षेत्र के रहने वाले हैं। इनमें से फैज और केशव को गिरफ्तार दिखाया। साहिल को फरार दर्शाया गया। पकड़े गए आरोपियों से लूट का मोबाइल और घटना में प्रयुक्त बाइक बरामद दिखाई गई थी।
बताया गया कि बालूगंज चौकी की पुलिस ने दलालों के जरिए आरोपियों को बुलवाया। उन्हें मुठभेड़ न दिखाने की गारंटी देकर लेनदेन तय किया। इस पूरे खेल की भनक अधिकारियों को लगी तो उन्होंने गोपनीय जांच के आदेश दे दिए जांच में सामने आया कि यह सब पूर्व नियोजित था। बृहस्पतिवार शाम को एडीसीपी सिटी आदित्य कुमार ने वायरलेस सेट पर बालूगंज चौकी के पूरे स्टाफ के निलंबन का आदेश प्रसारित कर दिया। आदेश सुनते ही पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। निलंबित पुलिसकर्मियों में अमित कुमार चौकी प्रभारी, एसआई राहुल गिरि, विनय धामा व अंकित, धर्मेंद्र कुमार हेड कांस्टेबल, आलोक कुमार हेड कांस्टेबल, विकास यादव कांस्टेबल, मोहम्मद आमिर आलम कांस्टेबल शामिल हैं। इन सभी के खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी गई है।