असम ; 1 सितंबर
असम विधानसभा (Assam Assembly) में जुमे की नमाज के लिए 2 घंटे का ब्रेक दिया जाता था। जिसे अब खत्म कर दिया गया है। इसके बाद देश में सियासत तेज हो गई है। दरअसल, शुक्रवार के रोज जुमे की नमाज के लिए असम विधानसभा में मुस्लिम विधायकों को दो घंटे के लिए छुट्टी मिलती थी, जिसे अब खत्म कर दिया। अब ब्रेक के समय भी काम किया जाएगा।
असम विधानसभा में जुमे की नमाज के लिए मिलने वाले ब्रेक को खत्म करने पर देश में सियासी भूचाल मच गया है। बता दें कि इस पर नेताओं की प्रतिक्रिया भी आना शुरू हो गई है। एनडीए (NDA) के घटक दल जेडीयू ने इस फैसले को संविधान की भावना का उल्लंघन बताया है। वहीं राजद नेता तेजस्वी यादव, AIMIM और समाजवादी पार्टी ने इस फैसले पर सवाल उठाते हुए बीजेपी पर निशाना साधा है।
राजद नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने इस फैसले को लेकर एक्स पर लिखा कि असम के सीएम सस्ती लोकप्रियता हासिल करने एवं योगी का चाइनीज वर्जन बनने के प्रयास में जानबुझकर मुसलमानों को परेशान करने वाले कृत्य करते रहते हैं। BJP के लोगों ने नफरत फैलाने, मोदी-शाह का ध्यान आकृष्ट करने एवं समाज में ध्रुवीकरण करने के लिए मुसलमान भाइयों को सॉफ्ट टारगेट बना लिया है। देश की आजादी में RSS छोड़ सभी धर्मों के लोगों का हाथ है।
बता दें कि जुमे की नमाज के लिए मिलने वाले ब्रेक को खत्म करने के फैसले को मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा (Himanta Biswa Sarma) सही बता रहे हैं। उन्होंने कहा कि रूल कमेटी की मीटिंग के बाद हिंदू और मुस्लिम विधायकों ने यह फैसला लिया है कि जुमे की नमाज के लिए मिलने वाले ब्रेक की कोई जरूरत नहीं है। इन दो घंटों में अब ब्रेक की जगह काम किया जाएगा। यह 1937 में शुरू हुई थी जिसे अब बंद कर दिया गया है।