
पटना, 18 मई 2025
बिहार में होने वाले आगामी चुनाव के लिए अब राजनीतिक पार्टियों में उठा-पटक तेज हो गई है। विधानसभा चुनाव में अपनी सीट और मजबूत जनाधार के लिए अब गठबंधनों का दौर चल पड़ा है। इसी के चलते पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने रविवार को बिहार में प्रशांत किशोर का हाथ थाम लिया है और वे जन सुराज पार्टी में शामिल हो गए। सिंह ने अपनी पार्टी ‘आप सबकी आवाज’ की भी जन सुराज पार्टी में विलय करने की घोषणा की।
बता दे कि नौकरशाह से राजनेता बने सिंह ने नवंबर 2024 में अपनी खुद की पार्टी बनाने की योजना बनाई है। वह जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर की उपस्थिति में पार्टी में शामिल हुए।सिंह ने यहां एक समारोह में कहा, “बिहार को विकसित राज्य बनाने के लिए हम दोनों मिलकर काम करेंगे।” बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृहनगर नालंदा से आने वाले सिंह उत्तर प्रदेश कैडर के आईएएस अधिकारी थे और केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर रहते हुए वह पहली बार श्री कुमार के संपर्क में आए थे, जब जद(यू) प्रमुख 1999 में रेल मंत्री थे। 2005 में बिहार में सत्ता संभालने के बाद, कुमार, जो सिंह की प्रशासनिक कुशलता से काफी प्रभावित हुए थे, ने उन्हें अपना प्रधान सचिव बनाकर बिहार आने के लिए राजी किया। 2010 में, सिंह ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली और कुमार की पार्टी जद (यू) में शामिल हो गए, जिससे उन्हें राज्यसभा में लगातार दो कार्यकालों तक पहुंचने में मदद मिली। बाद में उन्हें जेडी(यू) का राष्ट्रीय अध्यक्ष भी नियुक्त किया गया।
हालांकि, 2021 में केंद्रीय मंत्रिमंडल में उनका शामिल होना कुमार को रास नहीं आया। सिंह ने जेडी(यू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था और एक साल बाद उन्हें राज्यसभा का दूसरा कार्यकाल भी नहीं दिया गया। बाद में, सिंह 2023 में जद(यू) छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए। खैर बिहार में इन दोनों के साथ आने से राजनीतिक अटकलें भी तेज हो गई है। अब आगामी विधानसभा के चुनावों के नजदीक आते-आते देखना होगा कि और कितने राजनीतिक गठबंधन बनते है और टूटते है।






