
लखनऊ, 24 अगस्त 2025:
यूपी में 69 हजार शिक्षकों की भर्ती मामले को लेकर आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों का आंदोलन लगातार तेज होता जा रहा है। रविवार को अभ्यर्थियों ने एक बार फिर लखनऊ में डिप्टी सीएम केशव मौर्य के सरकारी आवास का घेराव किया। इस दौरान प्रदर्शनकारी ‘केशव चाचा न्याय करो’ के नारे लगाते हुए धरने पर बैठ गए। हालात बिगड़ते देख पुलिस ने प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों को बसों में भरकर ईको गार्डन भेज दिया।
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि भर्ती प्रक्रिया में आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों के साथ अन्याय हुआ। प्रदर्शन की अगुवाई करने वाले अमरेंद्र पटेल ने बताया कि यह भर्ती प्रक्रिया वर्ष 2018 में शुरू हुई थी। परिणाम आने पर बड़ी संख्या में आरक्षित वर्ग को नौकरी से वंचित कर दिया गया। लंबे आंदोलन और न्यायिक प्रक्रिया के बाद लखनऊ हाईकोर्ट ने अगस्त 2024 में आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों के पक्ष में फैसला सुनाते हुए नियुक्ति देने का आदेश दिया था।

हालांकि अभ्यर्थियों का कहना है कि सरकार ने हीलाहवाली की और मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि सरकार जानबूझकर इस मामले को टाल रही है, जबकि पर्याप्त समय रहते हाईकोर्ट के फैसले का पालन किया जा सकता था।
गौरतलब है कि अभ्यर्थी इससे पहले भी डिप्टी सीएम आवास का घेराव कर चुके हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि उस समय डिप्टी सीएम ने त्वरित न्याय का आश्वासन दिया था। मगर समाधान न निकलने से अभ्यर्थी एक बार फिर सड़क पर उतर आए।






