लखनऊ, 25 मार्च 2025:
यूपी में गत लोकसभा और उससे पहले विधानसभा चुनाव में पार्टी की करारी हार के बाद बसपा प्रमुख मायावती कुछ समय से काफी सक्रिय हैं। संगठन में बदलावों के साथ मायावती पार्टी का जनाधार बढ़ाने की कोशिश में जुट गई हैं। मंगलवार को लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय में पिछड़े वर्ग के नेताओं की बैठक कर मायावती ने उन्हें संबोधित किया।
मायावती ने कहा कि जिस तरह दलित समाज वर्षों से उपेक्षा और शोषण का शिकार रहा है, उसी तरह अन्य पिछड़ा वर्ग को भी लगातार भेदभाव और अन्याय सहना पड़ा है। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों की जातिवादी नीतियों ने इन वर्गों को हाशिए पर धकेला है।
भाजपा, कांग्रेस और सपा पर लगाया छल करने का आरोप
बसपा प्रमुख ने भाजपा, कांग्रेस और सपा पर निशाना साधते हुए कहा कि इन पार्टियों ने ओबीसी और दलितों के साथ हमेशा किया है। उन्होंने कहा कि इन दलों में ओबीसी समाज का भविष्य सुरक्षित नहीं था और न ही आगे रहेगा। बसपा कार्यकर्ता गांव-गांव जाकर इन पार्टियों की नीतियों के बारे में जनता को जागरूक करेंगे।

सर्व समाज की भाईचारा कमेटी होगी गठित
मायावती ने 2006 की तर्ज पर सर्व समाज की भाईचारा कमेटी बनाने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि बसपा का लक्ष्य सभी वंचित वर्गों को एकजुट कर सत्ता में आना है, ताकि बहुजन समाज को उनका हक मिल सके।
14 अप्रैल को अंबेडकर जयंती धूमधाम से मनाने के निर्देश
बैठक में मायावती ने कार्यकर्ताओं को 14 अप्रैल को बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती को मिशनरी स्तर पर मनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह अवसर बहुजन समाज को संगठित करने का बेहतरीन मौका है। बसपा की इस रणनीति को 2027 के चुनावों की तैयारी के रूप में देखा जा रहा है। पार्टी का फोकस ओबीसी और दलित समुदाय को एक साथ जोड़कर अपने पुराने जनाधार को फिर से मजबूत करना है।