महाकुंभ नगर 13 जनवरी 2025:
लाखों की भीड़ में कभी किसी का साथ छूटता है तो कोई सामान गिर गया या गायब हो जाता है। ऐसी तमाम मुश्किलों से महाकुंभ में श्रद्धालुओं को सामना करना पड़ रहा है लेकिन चाक चौबंद इंतजामों से इनकी रोकथाम की जा रही है। कोई बिछड़ा साथी मिल गया तो मोबाइल और पर्स तक खोज कर वापस सौंपे जा रहे हैं।
बड़ी स्क्रीन पर प्रदर्शित की जा रहीं सूचनाएं
दरअसल महाकुंभ में भीड़ का अनुमान लगाकर जो सुरक्षा इंतजाम किए गए वो सभी अब इम्तेहान के दौर से गुजर रहे है। ये इंतजाम अपने मकसद में कामयाब भी हो रहे हैं। महाकुंभ में कॉल सेंटर प्रणाली की व्यवस्था की गई है, जिससे कोई सामान खोने पर भी केंद्रों से तात्कालिक सहायता प्राप्त हो रही है। सोशल मीडिया के जरिए जानकारी का आदान-प्रदान किया जा रहा है और बड़ी-बड़ी स्क्रीन पर सूचनाएं प्रदर्शित की जा रही हैं।
एनडीआरएफ के जवानों ने लटाया पर्स
खोया पाया केंद्र पर ऐसे लोग भी पहुंचे, जिनके पास कोई अपना सामान छोड़ कर चला गया। वह भी लाइन में लगकर उनके आधार कार्ड के जरिए अनाउंसमेंट कराकर बुला रहे हैं। कुंभ में आए एक श्रद्धालु के गिरे पर्स को जब एनडीआरएफ के जवानों ने खोज कर उन्हें लौटाया तो पर्स पाकर श्रद्धालुओं के चेहरे खिल उठे। सभी ने एनडीआरएफ के जवानों का आभार जताकर कहा कि पैसे कीमती नहीं हमारे डॉक्यूमेंट ज्यादा कीमती थे।
पूछताछ केंद्रों पर उपलब्ध है सभी जरूरी सूचनाएं
महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सहायता के लिए मेला क्षेत्र में पूछताछ केंद्रों की स्थापना की गई है। इन केंद्रों पर महाकुंभ, प्रयागराज शहर और मेला क्षेत्र से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी उपलब्ध है। इसके अतिरिक्त पुलिस थानों, चौकियों, फायर स्टेशनों, अस्पतालों और प्रमुख अधिकारियों के कार्यालयों का विवरण भी दिया जा रहा है। बस और रेलवे स्टेशनों की स्थिति तथा ट्रेनों के समय की जानकारी भी लोगों को मिल रही है।