गोरखपुर, 1 अक्टूबर 2024:
हरेन्द्र दुबे,
गोरखपुर के महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय आरोग्यधाम के मेडिकल कॉलेज, श्री गोरक्षनाथ मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, को नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) से एमबीबीएस पाठ्यक्रम के लिए 100 सीटों की मान्यता मिल गई है। पहले इसे 50 सीटों की मान्यता प्राप्त थी, जिन पर नीट स्टेट कोटा काउंसिलिंग के माध्यम से सभी सीटों पर प्रवेश हो चुका है।
श्री गोरक्षनाथ मेडिकल कॉलेज द्वारा की गई अपील के आधार पर एनएमसी ने जांच की, जिसके बाद अब इस मेडिकल कॉलेज को 100 सीटों की मान्यता प्रदान की गई है। कॉलेज के प्राचार्य प्रो. (डॉ.) अरविंद कुशवाहा ने बताया कि जल्द ही नीट काउंसिलिंग के माध्यम से बाकी 50 सीटों पर भी प्रवेश प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
एनएमसी की जांच में यह पाया गया कि 100 एमबीबीएस सीटों के लिए आवश्यक 420 बेड के सापेक्ष 450 बेड का हॉस्पिटल पूरी तरह से क्रियाशील है और अन्य सभी बुनियादी ढांचे और फैकल्टी भी मानकों के अनुसार हैं। 30 सितंबर को इस निर्णय के साथ श्री गोरक्षनाथ मेडिकल कॉलेज को सत्र 2024-25 के लिए एमबीबीएस की 100 सीटों पर मान्यता प्रदान की गई।
विश्वविद्यालय की बड़ी उपलब्धि
तीन साल पहले स्थापित महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय को यह मान्यता एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। विश्वविद्यालय पहले से ही नर्सिंग, पैरामेडिकल और फार्मेसी जैसे रोजगारपरक पाठ्यक्रम चला रहा है और 2021 से बीएएमएस का पाठ्यक्रम भी संचालित है।
विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ. अतुल वाजपेयी ने इस सफलता पर खुशी व्यक्त करते हुए विश्वविद्यालय परिवार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोगों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में मिली है और यह पूर्वांचल के युवाओं के लिए एक बड़ी सौगात है।
कुलपति ने यह भी बताया कि श्री गोरक्षनाथ मेडिकल कॉलेज का हॉस्पिटल भविष्य में 1800 बेड का अत्याधुनिक अस्पताल बनेगा। गोरक्षपीठाधीश्वेर एवं प्रदेश के मुख्ययमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह ड्रीम प्रोजेक्ट है, जो पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिमी बिहार और नेपाल की तराई के लोगों को उच्च गुणवत्ता की चिकित्सा सेवाएं प्रदान करेगा।
इस उपलब्धि पर गोरखनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ, महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के अध्यक्ष प्रो. यूपी सिंह और भारत सरकार के पूर्व औषधि महानियंत्रक डॉ. जीएन सिंह सहित कई गणमान्य लोगों ने प्रसन्नता व्यक्त की है।