
अनमोल शर्मा
मेरठ, 21 मई 2025:
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद डॉ. लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने मेरठ जनपद में राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय (NLU) की स्थापना की मांग को लेकर केंद्र और राज्य सरकार से गंभीर पहल की अपील की है। इस संबंध में उन्होंने भारत सरकार के विधि एवं न्याय मंत्रालय के सचिव राज कुमार गोयल तथा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर मेरठ की महत्ता और आवश्यकता का विस्तार से उल्लेख किया है।
डॉ. बाजपेयी ने अपने पत्र में मेरठ की ऐतिहासिक, क्रांतिकारी और विधिक विरासत को रेखांकित करते हुए कहा कि यह जनपद कई प्रसिद्ध अधिवक्ताओं और न्यायमूर्तियों की कर्मभूमि रहा है। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री एवं वरिष्ठ अधिवक्ता चौ. चरण सिंह, सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति एएस बेग, ओपी वर्मा, वर्तमान न्यायमूर्ति पंकज मित्तल, विवेक चौधरी और किशन पहल सहित अनेक विधि विशेषज्ञों का उल्लेख किया जिनका गहरा संबंध मेरठ से रहा है। साथ ही उन्होंने ब्रजनाथ मित्तल और शांति स्वरूप भटनागर जैसे वरिष्ठ अधिवक्ताओं की भी चर्चा की।
मेरठ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय शर्मा और महासचिव राजेंद्र सिंह राणा की मांग का समर्थन करते हुए डॉ. बाजपेयी ने कहा कि मेरठ जैसे प्रमुख शहर में राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय की स्थापना न केवल क्षेत्रीय युवाओं को उच्च स्तर की विधिक शिक्षा सुलभ कराएगी, बल्कि यह क्षेत्र की शैक्षिक और विधिक संरचना को भी मजबूती प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में मेरठ और आसपास के छात्रों को कानून की पढ़ाई के लिए लखनऊ, प्रयागराज या अन्य राज्यों का रुख करना पड़ता है, जबकि मेरठ में यह सुविधा दी जा सकती है।