नयी दिल्ली, 24 सितम्बर:
नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स (इंडिया) के राष्ट्रीय अध्यक्ष रास बिहारी ने दिल्ली जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन (डीजेए) के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को उनकी पहली कार्यकारिणी बैठक में कार्यभार सौंपा। यह बैठक एनयूजे (आई) के मुख्यालय, 7 जंतर मंतर रोड, नई दिल्ली में आयोजित की गई।
इस अवसर पर श्री रास बिहारी ने विशेष रूप से पत्रकारों के हितों को सरकार तक पहुंचाने और उनके समाधान के लिए हरसंभव प्रयास करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि डीजेए दिल्ली के पत्रकारों की समस्याओं को मजबूती से सरकार के सामने रखेगी और उनके समाधान के लिए संघर्ष करेगी।
इस अवसर पर डीजेए के नवनिर्वाचित अध्यक्ष राकेश थपलियाल, महासचिव प्रमोद कुमार सिंह, कोषाध्यक्ष नरेश गुप्ता, उपाध्यक्ष अनिता चौधरी और रामेश्वर दयाल को कार्यभार सौंपा गया। इनके अलावा, सचिव कृष्ण देव पाठक और प्रिय रंजन सहित कार्यकारिणी के अन्य सदस्यों ने भी पदभार ग्रहण किया।
रास बिहारी ने जोर दिया कि दिल्ली के पत्रकारों को बड़ी संख्या में डीजेए से जोड़कर उनके अधिकारों के लिए लड़ने और उनकी समस्याओं को सरकार तक पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। उन्होंने डीजेए को मजबूत करने और पत्रकारों के हितों के लिए सतत संघर्ष जारी रखने की आवश्यकता पर बल दिया।
डीजेए अध्यक्ष राकेश थपलियाल, महासचिव प्रमोद कुमार सिंह और कोषाध्यक्ष नरेश गुप्ता ने सभी पत्रकारों का आभार व्यक्त किया और कहा कि वे पत्रकारों के हितों के लिए सड़क से लेकर सत्ता के गलियारों तक संघर्ष करेंगे। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि वे आम पत्रकारों की समस्याओं को सत्ता के शीर्ष तक पहुंचाने और उनका समाधान कराने में अग्रणी भूमिका निभाएंगे।
कार्यकारिणी सदस्य मनोज वर्मा ने डीजेए के इतिहास पर प्रकाश डाला और संगठन के साथ तन, मन, धन से पूर्ण सहयोग देने का वादा किया। इसके अलावा, डीजेए के अन्य कार्यकारिणी सदस्य प्रतिभा शुक्ला, निवेदिता मदाने, डॉ. अशोक बर्थवाल, नवीन गौतम, प्रदीप श्रीवास्तव, राजेश भासीन, आलोक मोहन नायक, अमित गौड़, मानवेंद्र कुमार, सुशील देव, और कृष्ण कुमार तिवारी ने भी पत्रकारों के हितों के लिए हमेशा आगे रहने का संकल्प लिया।
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि संगठन की वित्तीय स्थिति को मजबूत करने के लिए दीपावली से पहले एक स्मारिका प्रकाशित की जाएगी। साथ ही, पत्रकारिता के छात्रों को बेहतर शिक्षा और प्रशिक्षण देने के लिए पत्रकारिता सिखाने वाले संस्थान, स्कूल और कॉलेजों के साथ संपर्क किया जाएगा, ताकि अनुभवी पत्रकार विद्यार्थियों को बेहतर मार्गदर्शन प्रदान कर सकें।