वाराणसी, 26 सितंबर:
अंशुल मौर्य,
वाराणसी में सीआईडी इंस्पेक्टर बनकर लोगों पर अपनी धौंस जमाने और रुपये की उगाही करने वाले एक फर्जी इंस्पेक्टर को वाराणसी पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा है। मामला वाराणसी के कोतवाली थाना क्षेत्र का है। कोतवाली प्रभारी ने बताया कि पुलिस आयुक्त वाराणसी द्वारा अपराधों की रोकथाम तथा चोरी लूट की घटनाओ के सफल अनावरण एवं वांछित/फरार अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु चलाये जा रहे अभियान के क्रम में पुलिस उपायुक्त काशी जोन के निर्देशन, अपर पुलिस उपायुक्त काशी जोन के पर्यवेक्षण में एवं सहायक पुलिस आयुक्त कोतवाली डा. ईशान सोनी व प्रभारी निरीक्षक कोतवाली राजीव कुमार सिंह के कुशल नेतृत्व में टप्पेबाजी की घटनाओं के सफल अनावरण के क्रम में बुधवार को उक्त आरोपी को गिरफ्तार किया।
बताया कि एक बुजुर्ग महिला मैदागिन से रिक्शे पर बैठकर नक्खाश की तरफ जाती है तो आगे एक व्यक्ति सीआईडी इंस्पेक्टर बनकर रिक्शा चालक की मदद से बुजुर्ग महिला की तलाशी लेकर उसके पास रखे गये पांच हजार नगद, एक पैड मोबाइल फोन व आधार कार्ड को लूट लिया। इस शिकायत पर टीम का गठन कर उसे गिरफ्तार किया गया।
रिक्शा चालक भी गैंग का था हिस्सा
फर्जी सीआईडी इंस्पेक्टर के साथ एक रिक्शा चालक भी गैंग का हिस्सा था जो रिक्शे पर मोटे आसामी को देख बैठा लेता था फिर फोन कर अपने साथियों को सूचित करता था, इसके बाद दोनों मिलकर सवारी को लूटने का कार्य करते थे।
इस तरह से घटना को अंजाम देते थे ये ठग
पहले पैडल रिक्शा चालक द्वारा उनको अपने रिक्शे में अकेले ही बैठाकर लेकर जाता था जिसे आगे रास्ते में खड़ा दूसरा व्यक्ति मिलता था और रिक्शा चालक द्वारा रिक्शा में बैठे बुजुर्ग व्यक्ति को यह कहकर डराया जाता था कि आगे सीआईडी की चेकिंग चल रही है आप अपना सारा सामान एक जगह कर लीजिये जिससे चेकिंग में दिक्कत न हो और आगे खड़ा दूसरा व्यक्ति तुरन्त आकर अपने आपको सीआईडी का इंस्पेक्टर बताकर सारा सामान लेकर चला जाता था, और रिक्शा चालक भी सवारी को उतारकर वहां से भाग जाता था। इस तरह दोनों मिलकर घटना को अंजाम देते थे।