लखनऊ, 16 फरवरी 2025:
यूपी की रामनगरी अयोध्या व शिवनगरी काशी में श्रद्धालुओं की आस्था अपने चरम पर है। वैसे तो पूरे साल यहां श्रद्धालुओं का आना जाना रहता है लेकिन 144 साल वाले महाकुंभ में संगम स्नान के लिए उमड़े सैलाब के आगे यहां की व्यवस्थाएं बौनी पड़ गईं हैं।
पलट प्रवाह की भीड़ ने व्यवस्था को पलटा
गत 13 जनवरी से प्रयागराज में शुरू हुए महाकुंभ को लेकर शायद ही किसी ने ये कल्पना की हो कि यहां आने वाली अथाह भीड़ यूपी के तमाम हाईवे और बस व रेलवे स्टेशनों पर भी दिखाई देगी। इस भीड़ को पलट प्रवाह का नाम दिया गया और इस प्रवाह ने व्यवस्था को ही पलट कर रख दिया। हाल ये है कि तमाम फोर्स सड़क पर है और अफसर भी डटे हुए हैं।
भीड़ नियंत्रण में सताती रहती है भगदड़ की आशंका
पलट प्रवाह की भीड़ का सर्वाधिक असर रामनगरी अयोध्याधाम व शिवनगरी काशी में दिख रहा है। यहां अयोध्याधाम में तो ये हाल हुआ कि डीएम को कई बार स्कूल कालेज में छुट्टी घोषित करनी पड़ी। रामपथ पर भीड़ को रोकने के लिए रोजाना नई नई तरकीबें निकाली जा रही हैं फिर भी यहां के हर रास्ते और गलियां जाम से उबर नहीं पा रही हैं। यही हाल काशी का है वाहनों की पार्किंग के लिए स्कूल कालेज अधिग्रहित किये गए। सीमा पर वाहनों को रोका जा रहा है। श्रद्धालुओं को कतारबद्ध होकर दर्शन करवाने के लिए पुलिस पसीना बहा रही है।वीकेंड होने के कारण दोनों स्थानों पर लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं का इजाफा हुआ है। भीड़ नियंत्रण में लगे अफसरों को हर समय यही आशंका सताती रहती है कि किसी भी प्रकार से भगदड़ न मचने पाए।