
नई दिल्ली, 18 जुलाई 2025
रूस, भारत और चीन के त्रिपक्षीय समूह RIC (Russia-India-China) को एक बार फिर सक्रिय करने की कोशिशें तेज हो गई हैं। रूस की इस पहल को चीन का समर्थन मिल गया है, जबकि भारत ने फिलहाल स्पष्ट किया है कि अभी इस पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है।
RIC तंत्र तीनों देशों के बीच वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर संवाद का एक अहम मंच है। लेकिन 2021 के बाद भारत-चीन सीमा विवाद के चलते इसकी कोई बैठक नहीं हुई। अब रूस फिर से इस तंत्र को ज़िंदा करने के लिए प्रयासरत है। रूस के डिप्टी विदेश मंत्री आंद्रेई रुडेंको ने कहा है कि वे भारत और चीन के साथ लगातार बातचीत कर रहे हैं और उम्मीद है कि RIC बैठक जल्द फिर से शुरू होगी।
चीन ने इस रूसी पहल का समर्थन करते हुए कहा कि यह तंत्र न केवल तीनों देशों के लिए उपयोगी है बल्कि वैश्विक स्थिरता और शांति के लिए भी ज़रूरी है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा कि चीन RIC सहयोग को आगे बढ़ाने को तैयार है और भारत तथा रूस के साथ बातचीत जारी रखेगा।
वहीं भारत की तरफ से विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने साफ किया कि अभी तक RIC बैठक पर कोई निर्णय नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि तीनों देश अपने-अपने हितों को देखते हुए बातचीत करते हैं और अगर बैठक होती है तो उचित समय पर इसकी जानकारी दी जाएगी।
पिछली बार RIC की बैठक 2021 में हुई थी, इसके बाद COVID-19 और भारत-चीन तनाव के चलते यह फोरम ठप हो गया। हालांकि अब रूस और चीन की तरफ से सकारात्मक संकेतों के बाद उम्मीद की जा रही है कि यह त्रिपक्षीय संवाद फिर से शुरू हो सकता है।
RIC तंत्र ब्रिक्स के संस्थापक देशों के बीच सहयोग बढ़ाने का एक अहम माध्यम माना जाता है, जिससे एशिया में सामरिक संतुलन और बहुपक्षीय संवाद को बल मिल सकता है।





