जयपुर,7 नवंबर 2024
राजस्थान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सचिन पायलट के समर्थक नरेश मीणा को पार्टी ने सस्पेंड कर दिया है। पायलट के करीबी इस युवा नेता ने जब कांग्रेस से उपचुनाव का टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा, तो कांग्रेस ने उनका निलंबन कर दिया। इस संबंध में प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने आदेश जारी किया, जिसकी जानकारी पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जुली को भी दी गई।
नरेश मीणा देवली उनियारा विधानसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस ने यहां कस्तूर चंद मीणा (केसी मीणा) को टिकट दिया था, लेकिन नरेश मीणा ने पार्टी के प्रदेश और राष्ट्रीय नेताओं से आग्रह किया था कि इस सीट पर कमजोर प्रत्याशी ना उतारा जाए और केसी मीणा के टिकट पर पुनर्विचार किया जाए। हालांकि, पार्टी ने उनका अनुरोध नहीं माना, जिसके बाद नाराज होकर नरेश मीणा ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल किया।
13 नवंबर को उपचुनाव के मतदान में केवल 6 दिन बचने के साथ, निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा अब भी कांग्रेस से समर्थन की मांग कर रहे हैं। देवली उनियारा में चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने कहा कि कांग्रेस के उम्मीदवार केसी मीणा चुनाव नहीं लड़ पा रहे हैं। नरेश मीणा ने कांग्रेस नेताओं से अपील की कि वे समय रहते उनका समर्थन घोषित करें, जैसे लोकसभा चुनाव में बीएपी के प्रत्याशी को समर्थन दिया था, ताकि बीजेपी को हराया जा सके।
नरेश मीणा राजस्थान विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ महासचिव हैं और उनके पास युवाओं का बड़ा समर्थन है। पहले वे डॉ. किरोड़ीलाल मीणा के समर्थक थे, लेकिन लंबे समय तक साथ रहने के बावजूद उन्हें चुनावी मौका नहीं मिला। इसके बाद, सचिन पायलट से प्रभावित होकर उन्होंने कांग्रेस जॉइन की और पायलट के शिष्य के रूप में पार्टी में रहे। हालांकि, जब कांग्रेस ने उन्हें चुनाव लड़ने का अवसर नहीं दिया, तो नरेश मीणा ने बागी बनकर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनावी मैदान में उतरने का निर्णय लिया।