हरेन्द्र दुबे
गोरखपुर, 7 नवम्बर 2024:
भगवान सूर्य की उपासना का महापर्व छठ पूजा का आज तीसरा दिन हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। चार दिनों तक चलने वाला यह महापर्व सोमवार को नहाय-खाय के साथ शुरू हुआ। मंगलवार को खरना के दिन व्रती महिलाओं ने निर्जल उपवास शुरू किया। आज गुरुवार को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा, और कल शुक्रवार को उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ इस महापर्व का समापन होगा।
गोरखपुर में छठ पूजा को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। घाटों की साफ-सफाई हो चुकी है और पूजन की वेदियां तैयार हैं। शहर के विभिन्न स्थानों पर बने कृत्रिम तालाबों पर भी पूजन की तैयारियां चल रही हैं। महेवा थोक मंडी और फुटकर मंडियों में लोग छठ के लिए खरीदारी कर रहे हैं। राप्ती तट पर श्रीरामघाट, राजघाट और श्रीगोरक्षघाट पर तैयारियां अंतिम चरण में हैं।
घरों में पूजन की तैयारी
वहीं घरों में भी सुबह से पूजन की तैयारियां हो रही है। महिलाएं पूजन के लिए फल और सामग्री को धुलकर दउरी में रख रही हैं। प्रसाद के लिए घरों में ठेकुआ बन रहा है।

दोपहर बाद महिलाएं मंगलगीत गाते हुए घाटों पर जाएंगी और पानी में खड़े होकर भगवान सूर्य की उपासना करेंगी। व्रती महिलाएं डूबते सूर्य को अर्घ्य देकर लौटेंगी और भोर में उगते सूर्य को अर्घ्य देने के लिए पुनः घाटों पर जाएंगी, जिससे महापर्व का समापन होगा।
गोरखपुर में 1145 स्थानों पर छठ पूजा
गोरखपुर में कुल 1145 स्थानों पर छठ पूजा होगी। शहरी क्षेत्र में 181 घाटों और जलाशयों पर पूजा होगी, जबकि उत्तरी क्षेत्र में 427 घाटों और दक्षिणी क्षेत्र में 537 स्थानों पर आयोजन होगा। SSP डॉ. गौरव ग्रोवर ने सुरक्षा और यातायात प्रबंधन के कड़े निर्देश दिए हैं।
ड्रोन कैमरे से निगरानी
SP सिटी अभिनव त्यागी ने बताया कि राजघाट पर सबसे अधिक श्रद्धालु जुटेंगे। यहां 16 हजार से अधिक लोग आने की संभावना है। सुरक्षा के मद्देनजर सभी थानों के पुलिसकर्मियों की तैनाती के साथ राजघाट में ड्रोन कैमरे से निगरानी की जा रही है।
NDRF, SDRF और PAC के गोताखोरों को घाटों पर तैनात किया गया है और प्रमुख स्थानों पर CCTV कैमरे भी लगाए गए हैं।
गोरखपुर में श्रद्धालु छठ पूजा की तैयारी और आयोजन में जुटे हैं, जिससे यह महापर्व और भी विशेष बन गया है।
