अंशुल मौर्य
वाराणसी 12 जनवरी 2025:
स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर बीएचयू विश्वनाथ मंदिर से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से एक शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा “नंद के आनंद की जय विवेकानंद की ” के जयघोष से गूंज रही थी।
अभाविप ने स्वामी विवेकानंद की जयंती को युवा दिवस के रूप में मनाते हुए शोभायात्रा निकालने के साथ एक बैठक भी की। इसमें संगठन के पदाधिकारियों ने विचार रखे। पुनीत मिश्रा ने कहा कि स्वामी जी का कहना था कि सफलता प्राप्त करने तक प्रयास करते रहना चाहिए।
अभय प्रताप सिंह ने कहा कि स्वामी जी ने अपने आध्यात्मिक ज्ञान से देश के युवाओं को संदेश दिया कि भारत की संस्कृति के संवर्धन से ही भारत का पुनर्निर्माण होगा।
स्वामी जी की जीवन यात्रा पर हुई चर्चा
उनकी जीवन यात्रा पर चर्चा करते हुए वक्ता बोले कि स्वामी जी की सबसे प्रसिद्ध गतिविधि 1893 में शिकागो में विश्व धर्म सम्मेलन में भाग लेना था, जहां उन्होंने अपने प्रसिद्ध भाषण में हिंदू धर्म की शिक्षाओं को पूरे विश्व के सामने प्रस्तुत किया। इस भाषण ने उन्हें पूरे विश्व में प्रसिद्ध बना दिया और उन्हें एक महान आध्यात्मिक नेता के रूप में स्थापित किया।