आगरा, 30 सितम्बर:
मयंक चावला,
आगरा के ग्रामीण इलाकों में इन दिनों डर और अफवाह का माहौल बना हुआ है, जब यह खबर फैली कि कुछ असलहाधारी बदमाश ड्रोन के माध्यम से गांवों की रेकी कर रहे हैं। इस अफवाह ने इतना जोर पकड़ लिया कि ग्रामीण अपने घरों से बाहर निकलकर सड़कों पर आ गए। हाथों में लाठी-डंडे लिए हुए ये ग्रामीण किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए तैयार थे। हालात बिगड़ते देख तुरंत पुलिस को सूचित किया गया, जिसके बाद एसीपी खेरागढ़ इमरान अहमद अपनी पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रण में लिया।
यह घटना खेरागढ़ सर्कल के अंतर्गत आने वाले कई गांवों की है। करीब एक दर्जन से ज्यादा गांवों में यह अफवाह फैली कि असलहाधारी बदमाशों का एक गिरोह इलाके में सक्रिय है, जो रात में ड्रोन के माध्यम से गांवों की रेकी कर रहा है। राजस्थान की सीमा से सटे इन गांवों में इस तरह की अफवाह ने लोगों में दहशत फैला दी। जीत, ऊंट गिरी, बुधौली, खेरागढ़, नगला पहाड़ी, जलालपुर, देवी बसई जैसे गांवों में लोग अपने घरों की सुरक्षा के लिए रात भर जागते रहे। ग्रामीणों का मानना था कि बदमाश किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में हैं, और उनके पास आधुनिक हथियार भी हैं।
ग्रामीणों की इस चिंता का नतीजा यह हुआ कि सैकड़ों लोग अपने-अपने गांवों की सड़कों पर लाठी-डंडे लेकर उतर आए। गांव में जगह-जगह समूह बना लिए गए और चौकसी बढ़ा दी गई। लोग खेतों की रखवाली करने से भी डरने लगे, और कई जगहों पर लोगों ने खेतों में रात में पहरा देना भी बंद कर दिया। डर का माहौल इतना था कि कोई भी व्यक्ति रात में अकेले बाहर निकलने से कतरा रहा था।
इस अफवाह ने इतना जोर पकड़ लिया कि पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा। सूचना मिलते ही एसीपी खेरागढ़ इमरान अहमद अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों को समझाया और अफवाहों पर ध्यान न देने की सलाह दी। एसीपी इमरान अहमद ने स्पष्ट किया कि बदमाशों की कोई गतिविधि नहीं हो रही है, बल्कि यह एक वायुसेना की नियमित एक्सरसाइज थी। आगरा के खेरिया एयर स्टेशन से वायुसेना का एयरक्राफ्ट AN-32 अपनी उड़ान भर रहा था, और ग्रामीणों ने इसे ड्रोन समझकर गलतफहमी पाल ली। इसी वजह से गांवों में यह अफवाह फैल गई कि बदमाश ड्रोन से रेकी कर रहे हैं।
एसीपी ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि किसी भी प्रकार की आपराधिक गतिविधि नहीं हो रही है और यह सिर्फ एक अफवाह थी। इसके बावजूद, पुलिस ने एहतियात के तौर पर गांवों में अपनी गश्त बढ़ा दी है, ताकि लोग सुरक्षित महसूस कर सकें और किसी तरह का भय न हो।
इस घटना ने यह भी उजागर किया कि कैसे अफवाहें गांवों में भय और असुरक्षा का माहौल पैदा कर सकती हैं। पुलिस ने सभी ग्रामीणों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और शांति बनाए रखें। ग्रामीणों ने भी पुलिस की बात मानकर अपनी चौकसी कम कर दी है ।