गोरखपुर, 24 अगस्त
गोरखपुर। प्रतियोगिता के दौर में बीएसएनएल (भारत संचार निगम लिमिटेड) ने खुद को अपटूडेट किया तो उसके सुनहरे दिन लौटने लगे हैं। पिछले एक माह के अंदर बीएसएनएल के साथ देश के अंदर 6 लाख 50 हजार उपभोक्ताओं की वृद्धि हुई है। जबकि एक लाख 60 हजार उपभोक्ता ऐसे हैं जो दूसरे नेटवर्क से बीएसएनल पर शिफ्ट हुए हैं। अपने इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने में जुटी सार्वजनिक क्षेत्र की यह दूरसंचार कम्पनी को उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश की 16 हजार ग्राम पंचायतो में अत्याधुनिक इंटरनेट सुविधा प्रदान करने की जिम्मेदारी दी है।
बीएसएनएल, उत्तर प्रदेश पूर्वी परिमंडल के मुख्य महाप्रबंधक महेश सिंह ने शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि नेटवर्क की समस्या को दूर करने के लिए बीएसएनएल नए टावर स्थापित करने से लेकर, पावर स्टेशन में बैटरी की क्षमता बढ़ाने तक के अभियान में जुटा है। साल के अंत तक पूरे उत्तर प्रदेश में 4600 से अधिक टावर बीएसएनल स्थापित कर देगा। साथ ही रिंग सिस्टम के माध्यम से फाइबर के कट जाने के बाद भी, अपने उपभोक्ताओं को नेटवर्क की सुविधा प्रदान करेगा। गांव- गांव तक डिजिटल इंडिया मिशन में फाइबर कनेक्शन पहुंचाने और मोबाइल अवेलेबिलिटी 99 प्रतिशत से ज्यादा प्राप्त करने का लक्ष्य, बीएसएनएल ने तय कर रखा है। गोरखपुर के बारे में चर्चा करते हुए मुख्य महाप्रबंधक ने कहा कि 171 बीटीएस 4G के यहां चालू हो चुके हैं जो अच्छे तरीके से काम कर रहे हैं, इससे लोगों को अच्छी स्पीड मिल रही है। गोरखपुर व्यापार क्षेत्र में अब तक करीब एक लाख 286 बीएसएनल मोबाइल सिम जनता द्वारा लिया जा चुका है। जल्द ही पूरे गोरखपुर शहर में 164 बीटीएस लगाकर पूरे शहर में 4G सेवा उपलब्ध करा दी जाएगी।
महेश सिंह ने दावा किया कि आज भले ही निजी क्षेत्र की तमाम कंपनियां उपभोक्ताओं को सुविधा देने का दावा करती हैं लेकिन बीएसएनएल की ही देन है कि इन कम्पनियों को लोगों को सस्ता डाटा प्लान, रेट चार्ट सब तय करना पड़ा। मार्केट में अन्य टेलीकॉम कंपनी की तुलना में यह बेहद सस्ती है। आज भी बीएसएनल मात्र 108 रुपए में 28 दिन की वैधता वाला 1GB प्रतिदिन का रिचार्ज दे रहा है। पूरे वर्ष में यह सुविधा मात्र 1198 में उपभोक्ताओं को प्राप्त हो सकेगा।