आशुतोष तिवारी
सुल्तानपुर, 25 दिसम्बर 2024:
अगर कोई पढ़ा-लिखा व्यक्ति खेती-किसानी में हाथ आजमाए और इसमें सफलता हासिल करे, तो यह प्रेरणा देने वाली बात होती है। ऐसा ही एक उदाहरण है सुल्तानपुर जिले के निवासी विजय बहादुर प्रजापति, जो एक डिग्री कॉलेज में अंग्रेजी के प्रवक्ता होने के साथ-साथ प्रगतिशील किसान भी हैं। उन्होंने फूलगोभी की खेती में उल्लेखनीय सफलता हासिल की है।

डॉक्टर ब्रांड प्रजाति के फूलगोभी के पौधे लगाकर किया शानदार उत्पादन
विजय बहादुर ने अपने खेतों में 3000 से अधिक फूलगोभी के पौधे लगाए हैं। उन्होंने बताया कि वह अलग-अलग प्रजातियों की सब्जियां उगाते हैं, लेकिन फूलगोभी के लिए उन्होंने खासतौर पर डॉक्टर ब्रांड प्रजाति का चयन किया है, जो रोग प्रतिरोधक होती है। समय-समय पर पौधों की देखभाल और वैज्ञानिक विधियों का इस्तेमाल करते हुए उन्होंने प्रति गोभी औसतन 500 ग्राम वजन की पैदावार की। कुल मिलाकर, वह 15 कुंतल से अधिक फूलगोभी का उत्पादन करते हैं, जिससे उन्हें अच्छा मुनाफा होता है।
पारंपरिक और वैज्ञानिक कृषि तरीके का संगम
विजय बहादुर, जो अंग्रेजी विषय में पोस्ट ग्रेजुएट हैं और बी.एड की डिग्री भी रखते हैं, एक डिग्री कॉलेज में पढ़ाने के साथ अपने पारिवारिक कृषि व्यवसाय को भी जारी रखे हुए हैं। उन्होंने खेती-किसानी में पारंपरिक तरीकों के साथ वैज्ञानिक तकनीकों को जोड़ा है, जिससे वह आर्थिक रूप से सुदृढ़ हो रहे हैं।
समाज के लिए प्रेरणास्रोत
विजय बहादुर का यह कदम न केवल उनके परिवार को आर्थिक मजबूती देता है, बल्कि समाज के अन्य लोगों को भी खेती के प्रति प्रेरित करता है। शिक्षा और कृषि को संतुलित करते हुए उन्होंने यह साबित कर दिया है कि मेहनत और सही तकनीक से किसी भी क्षेत्र में सफलता हासिल की जा सकती है।
विजय बहादुर प्रजापति की यह कहानी उन लोगों के लिए प्रेरणादायक है, जो खेती को सिर्फ पारंपरिक दृष्टिकोण से देखते हैं। उन्होंने साबित किया है कि वैज्ञानिक विधियों और तकनीकी ज्ञान से खेती को एक लाभदायक व्यवसाय में बदला जा सकता है।