नई दिल्ली,16 सितंबर 2024:
सुप्रीम कोर्ट से आबकारी नीति घोटाले मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जमानत मिल गई। शुक्रवार को केजरीवाल तिहाड़ जेल से बाहर आ गए। शनिवार को केजरीवाल ने पत्नी संग हनुमान मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना की और बजरंगबली का आशीर्वाद लिया। इसके बाद आज केजरीवाल आप कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस दौरान केजरीवाल ने कहा कि वे दो दिन बाद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देंगे।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भगवान का हम सभी पर आशीर्वाद रहता है, और इसी आशीर्वाद के कारण हम बड़ी-बड़ी मुसीबतों का सामना करके विजयी होते हैं। उन्होंने उन लाखों लोगों का भी धन्यवाद किया जिन्होंने उनके साथियों के लिए दुआएं कीं। भाजपा पर निशाना साधते हुए केजरीवाल ने कहा कि ये लोग जेल में डालकर आम आदमी पार्टी को तोड़ना चाहते थे। उन्होंने कहा कि जेल में रहने से उनका हौसला और बढ़ा है। जेल से ही उन्होंने एलजी को पत्र लिखा, और पत्र लिखने पर उन्हें धमकी दी गई कि उनके परिवार से मिलने पर रोक लगाई जाएगी।
आम आदमी पार्टी पर लगे आरोप
आम आदमी पार्टी (आप) सरकार पर कई आरोप लगे, मगर आबकारी घोटाला ऐसा मामला है, जिसने आम आदमी पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचाया है। मनीष सिसोदिया के साथ-साथ केजरीवाल भी इसी घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पांच माह से अधिक समय तक जेल में रहे और दोनों को कई नाकाम कोशिशों के बाद सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल सकी है। हालांकि, कोर्ट ने उन पर कुछ प्रतिबंध भी लगाए हैं।
क्या है आबकारी घोटाला?
मार्च 2021 की बात है जब दिल्ली सरकार ने नई आबकारी नीति लागू की। इस नीति से सरकार ने राजस्व बढ़ने का दावा किया था। नीति लागू होने के बाद दिल्ली के लोगों को सस्ती शराब मिलने लगी, और 2021 के मार्च तक तो शराब आधे दाम पर भी मिलने लगी थी।