अयोध्या,30 सितम्बर:
• गोरखपुर जिला बना पहले स्थान पर, अंबेडकर नगर ने हासिल किया दूसरा स्थान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में अयोध्या मंडल ने ई-केवाईसी (इलेक्ट्रॉनिक-नो योर कस्टमर) में एक नई पहचान बनाई है। प्रशासनिक दक्षता और विकास कार्यों की तेज रफ्तार के चलते अयोध्या ने प्रदेश के शीर्ष 10 जिलों में अपनी जगह बना ली है। जिला आपूर्ति विभाग के आंकड़ों के अनुसार, अयोध्या ने 75 जिलों में 9वां स्थान हासिल किया है, जबकि पहले स्थान पर गोरखपुर और दूसरे पर अंबेडकर नगर है।
राशन कार्ड के लिए ई-केवाईसी का महत्व
ई-केवाईसी प्रक्रिया से न केवल राशन कार्ड को अपडेट किया जा सकता है, बल्कि इसमें परिवार के सभी सदस्यों को भी जोड़ा जा सकता है। यह प्रणाली सरकार को कार्ड धारकों की संपूर्ण जानकारी प्रदान करती है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि राशन का लाभ केवल असली लाभार्थियों को ही मिले। इससे बिचौलियों की भूमिका समाप्त होती है और राशन कार्ड धारकों को धोखाधड़ी से भी बचाया जाता है।
संख्याओं में ई-केवाईसी की प्रगति
अयोध्या जिले में कुल 990 सरकारी राशन दुकानों के माध्यम से 18.85 लाख यूनिट्स की सेवाएं दी जाती हैं। इनमें से 12.29 लाख यूनिट्स की ई-केवाईसी प्रक्रिया पहले ही पूरी हो चुकी है, जो कुल 65.21% है। गोरखपुर में यह आंकड़ा 67.81% और अंबेडकर नगर में 66.85% है। लखनऊ इस सूची में 63.34% के साथ 19वें स्थान पर है
ई-केवाईसी की अंतिम तिथि
योगी सरकार ने ई-केवाईसी को पूरा करने के लिए 31 दिसंबर की अंतिम तिथि निर्धारित की है। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि सभी राशन कार्ड धारक समय पर अपनी ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी करें, ताकि भविष्य में राशन प्राप्त करने में कोई बाधा न आए।
विभागीय दिशा-निर्देश
जिला आपूर्ति अधिकारी, अयोध्या, बृजेश मिश्र ने कहा कि विभाग की ओर से स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि ई-केवाईसी का कार्य जल्द से जल्द पूरा किया जाए, ताकि राशन कार्ड धारकों को किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े।