अंशुल मौर्य
वाराणसी, 25 मार्च 2025:
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में एक दलित छात्र, शिवम सोनकर, के साथ कथित अन्याय का मामला अब संसद तक पहुँच चुका है। पीएचडी दाखिले के लिए चार दिनों से वाइस चांसलर के आवास के बाहर धरने पर बैठे शिवम का आरोप है कि विभाग में तीन सीटें खाली होने और प्रवेश परीक्षा में दूसरी रैंक हासिल करने के बावजूद उन्हें दाखिला नहीं दिया जा रहा है। उनका मानना है कि यह भेदभाव उनकी दलित पहचान के कारण हो रहा है, जिसके खिलाफ वह न्याय मिलने तक अपना धरना जारी रखेंगे।
इस मामले ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। नगीना से सांसद और भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने शिवम से फोन पर बात की और संसद में इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया। उन्होंने प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) को पत्र लिखकर निष्पक्ष जांच व कार्रवाई की मांग की। समाजवादी पार्टी के सांसद वीरेंद्र सिंह ने भी शिवम से संपर्क कर अपना सहयोग देने का आश्वासन दिया।
बीएचयू प्रशासन ने विवाद पर सफाई देते हुए बताया कि आरईटी एग्जम्प्टेड श्रेणी में तीन सीटें उम्मीदवारों की कमी के कारण खाली हैं, जिन्हें नियमों के अनुसार दूसरी श्रेणी में ट्रांसफर किया जा सकता है। हालांकि, शिवम का आरोप है कि उनकी शिकायत पर गंभीरता से ध्यान नहीं दिया जा रहा है।