कानपुर,30 नवंबर 2024
दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण से निपटने के लिए कृत्रिम बारिश का सुझाव दिया गया है। इस पर आईआईटी कानपुर के विशेषज्ञों ने कहा कि कृत्रिम बारिश प्रदूषण का स्थायी समाधान नहीं हो सकती, क्योंकि इसके लिए बादलों की उपस्थिति आवश्यक है। आईआईटी के निदेशक प्रो. मणींद्र अग्रवाल ने बताया कि कृत्रिम बारिश केवल सीमित क्षेत्र में प्रभावी होती है और वायु प्रदूषण के व्यापक क्षेत्र को इससे लाभ पहुंचाना कठिन है। दिल्ली सरकार ने विशेषज्ञों से इस पर राय मांगी है, लेकिन फिलहाल कोई ठोस पहल नहीं की गई है।इ
सके अलावा, आईआईटी कानपुर में ‘समन्वय 2024’ कार्यक्रम के दौरान इंडस्ट्री-एकेडमिक तालमेल पर जोर दिया गया। संस्थान में ड्रोन, साइबर सिक्योरिटी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, और सस्टेनेबिलिटी पर बड़े स्तर पर रिसर्च चल रही है। प्रदर्शनी में एआई आधारित स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट और सैनिकों के लिए विशेष जूतों जैसे प्रोजेक्ट्स पेश किए गए। सियाचिन जैसे ठंडे इलाकों के लिए बनाए गए जूतों में नाइकाम फाइबर और बैटरी तकनीक का उपयोग किया गया है, जो तापमान को सामान्य बनाए रखने में मदद करेगा।