लखीमपुर-खीरी, 19 अक्टूबर 2024:
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर-खीरी जिले के मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) अभिषेक कुमार ने शुक्रवार को एक अनूठी और प्रेरणादायक पहल की, जिसने जिलेभर में किसानों और प्रशासनिक अधिकारियों का ध्यान आकर्षित किया। जिले में धान की उत्पादकता की जांच करने के उद्देश्य से खेतों का दौरा करने पहुंचे सीडीओ ने न केवल किसानों से संवाद किया, बल्कि उनके साथ खेत में उतरकर खुद भी धान की फसल काटी। इस कदम ने न केवल किसानों को प्रोत्साहित किया, बल्कि उन्हें जागरूक करने का एक मजबूत संदेश भी दिया।
धान की फसल काटने का अनोखा अनुभव
सीडीओ अभिषेक कुमार शुक्रवार को अपनी टीम के साथ तहसील सदर की ग्राम पंचायत अगरा पहुंचे, जहां उन्होंने किसान राजेंद्र कुमार के धान के खेत का निरीक्षण किया। फसल की उपज की जांच के लिए सीडीओ ने 43.3 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में 10-10-10 मीटर का समबाहु त्रिभुज प्लॉट बनवाया। क्रॉप कटिंग के लिए सीसीई एग्री ऐप का उपयोग कर फसल काटी गई, और इसके बाद धान की तौल कराई गई। इस पूरे निरीक्षण के दौरान सीडीओ ने न केवल निर्देश दिए, बल्कि खुद दरांती लेकर फसल की कटाई भी की। इससे उपस्थित सभी लोग, खासकर किसान, हैरान और उत्साहित हो गए।
धान की तौल में कुल 21.44 किलोग्राम फसल प्राप्त हुई, जो उस क्षेत्र की उपज का प्रतिनिधित्व करती है। इस प्रक्रिया के दौरान सीडीओ ने किसानों से उनकी खेती से जुड़ी समस्याओं पर भी चर्चा की, जिसमें जलवायु परिवर्तन, बढ़ती लागत, और तकनीकी चुनौतियों का सामना करने के तरीकों पर विचार-विमर्श हुआ।
किसानों से पराली न जलाने की अपील
इस अवसर पर सीडीओ ने विशेष रूप से किसानों से अपील की कि वे धान की फसल के बाद पराली को न जलाएं। पराली जलाना किसानों की आम प्रथा है, लेकिन इससे पर्यावरण को गंभीर क्षति होती है। सीडीओ ने किसानों को जागरूक किया कि पराली जलाने से भूमि की उर्वरता घटती है और वायु प्रदूषण फैलता है, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। इसके अलावा, उन्होंने किसानों को यह भी बताया कि सरकार पराली के प्रबंधन के लिए कई योजनाएं चला रही है, जिनका लाभ उठाकर वे पराली का उपयोग जैविक खाद और ऊर्जा उत्पादन के लिए कर सकते हैं।
फसल बीमा कराने का सुझाव
फसल कटाई के निरीक्षण के बाद सीडीओ ने किसानों से फसलों का बीमा कराने पर भी जोर दिया। उन्होंने बताया कि प्राकृतिक आपदाओं या अन्य अनियमितताओं के कारण फसलों को नुकसान पहुंचने की संभावना रहती है, और ऐसे में फसल बीमा किसानों को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करता है। उन्होंने किसानों को फसल बीमा योजनाओं के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि यह योजनाएं उन्हें कठिन समय में सहारा प्रदान करेंगी और फसल के नुकसान से बचाने में मददगार साबित होंगी।
प्रशासनिक अधिकारियों और ग्रामीणों की उपस्थिति
इस निरीक्षण और फसल कटाई प्रक्रिया के दौरान अपर सांख्यिकीय अधिकारी हर्षित मिश्र ने सीडीओ अभिषेक कुमार को फसल नपाई, कटाई, और जीसीईएस ऐप पर ऑनलाइन फीडिंग के तकनीकी पहलुओं की जानकारी दी। इसके साथ ही, नायब तहसीलदार सुनील कुमार, राजस्व निरीक्षक नेकी राम राना, लेखपाल कृष्ण कुमार सिंह, और अन्य राजस्व टीम के अधिकारी और स्थानीय ग्रामीण भी इस कार्यक्रम में मौजूद थे।
इस अवसर पर सीडीओ ने स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों से कहा कि वे किसानों को सरकारी योजनाओं और सुविधाओं के बारे में जागरूक करें और उनकी समस्याओं का समाधान करें। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि किसानों के साथ नियमित संवाद स्थापित किया जाए और उनकी जरूरतों का ध्यान रखा जाए।
किसानों के साथ सीडीओ का संवाद
सीडीओ अभिषेक कुमार ने किसानों के साथ गहन संवाद करते हुए उन्हें बताया कि जिला प्रशासन किसानों के लिए लगातार कार्यरत है। उन्होंने किसानों से उनकी समस्याओं के बारे में विस्तृत जानकारी ली और उन्हें कृषि में नई तकनीकों और सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने यह भी बताया कि जिला प्रशासन द्वारा कृषि के क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों का उद्देश्य किसानों की आय में वृद्धि करना और उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है।
समाज में जागरूकता फैलाने का प्रयास
सीडीओ अभिषेक कुमार की यह पहल न केवल किसानों के बीच जागरूकता फैलाने का एक प्रयास थी, बल्कि एक सकारात्मक संदेश भी देती है कि जिला प्रशासन किसानों के साथ मिलकर काम कर रहा है। सीडीओ का स्वयं खेत में उतरकर फसल काटने का यह प्रयास दर्शाता है कि प्रशासनिक अधिकारी केवल कार्यालय में बैठकर निर्णय नहीं लेते, बल्कि वे किसानों के साथ जमीन पर उतरकर उनकी समस्याओं को समझते और उनका समाधान निकालते हैं।