वाराणसी,19 अक्टूबर 2024
उत्तर प्रदेश में बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में श्रद्धालुओं की सुविधा का विशेष ध्यान रखा गया है। बाबा विश्वनाथ धाम की व्यवस्था में दो बड़े बदलाव किए गए हैं। अब भक्तों को सुगम दर्शन के लिए 300 के बजाय 250 रुपये का टिकट लेना होगा। वहीं, श्रद्धालु अब 200 ग्राम लड्डू केवल 120 रुपये में प्राप्त कर सकेंगे। देशभर में इन दिनों मंदिरों में बिकने वाले प्रसाद को लेकर जिस प्रकार के संशय की स्थिति बनी हुई है, उसको देखते हुए मंदिर प्रबंधन की ओर से शुद्ध प्रसाद की व्यवस्था पर जोर दिया गया है।
काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट के सीईओ विश्वभूषण मिश्रा ने कहा कि काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास परिसर में जो भी प्रसाद विकता है, उसके मूल्य में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है। पहले शहर में बिकने वाली मिठाई, प्रसाद के रूप में यहां बिकती थी। प्रसाद की शुद्धता, स्वच्छता, पवित्रता को लेकर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर ने यह निर्णय लिया कि प्रसाद का स्वयं निर्माण कराया जाएगा।
सहकारी क्षेत्र के संस्थान बनारस डेयरी की फूड प्रोसेसिंग यूनिट में मंदिर प्रशासन प्रसाद का निर्माण खुद करवा रहा है। बाबा को चढ़ाए गए बेलपत्र के चूर्ण को मिलाकर प्रसाद बनाया जा रहा है। नई रेट लिस्ट के अनुसार श्रद्धालु अब 200 ग्राम लड्डू केवल 120 रुपये में प्राप्त कर सकेंगे।
वीआईपी दर्शन की व्यवस्था नहीं
विश्वभूषण मिश्रा ने कहा कि मंदिर में वीआईपी दर्शन के लिए कोई विशेष व्यवस्था नहीं है। श्री विश्वेश्वर धाम में सभी भक्तों के साथ समान व्यवहार किया जाता है और सभी को वीआईपी माना जाता है। हमारे पास सभी के लिए समान सुविधाएं हैं। हालांकि कुछ भक्त मंदिर में अधिक समय बिताना चाहते हैं, इसलिए वे लाइन में प्रतीक्षा करते हैं और फिर परिसर में लंबे समय तक रुकते हैं।
सीईओ ने कहा कि कभी-कभी भक्तों के पास विमान या ट्रेन पकड़ने जैसी विशिष्ट समय की बाधाएं होती हैं। इसलिए उनका समय सीमित होता है। ऐसे में उनके दर्शन के लिए एक अलग लाइन की व्यवस्था की गई थी। उनके टिकट का मूल्य 250 रुपये तय किया गया है। पहले इसकी दर 300 रुपये थी।
प्रसाद की अनिवार्यता खत्म
मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण मिश्र ने बताया कि पहले 300 रुपये की सुगम दर्शन टिकट में दर्शन शुल्क 250 रुपये और 50 रुपये का महाप्रसाद की अनिवार्यता थी। नई व्यवस्था में प्रसाद की अनिवार्यता को समाप्त कर दिया गया है, जिसके कारण सुगम दर्शन के लिए अब सिर्फ 250 रुपये प्रति व्यक्ति देना होगा। महाप्रसाद लेने पर 50 रुपये और देने होंगे। मंदिर परिसर में अमूल के काउंटर से मिलने वाले 200 ग्राम के तंदुल प्रसाद के डिब्बे की कीमत 120 रुपये रखी गई है।
पहले की व्यवस्था में 200 ग्राम प्रसाद का डिब्बा 100 रुपये में मिलता था। बनास डेयरी (अमूल) को ही तंदुल प्रसाद तैयार करने की जिम्मेदारी दी गई है। इसका शुभारंभ दशहरे के दिन हुआ था। तंदुल प्रसाद चावल के आटे, बाबा विश्वनाथ को अर्पित बेलपत्र के अंश और शुद्ध घी से तैयार किया जा रहा है। इसे तैयार करते समय पूरी शुद्धता का भी ख्याल रखा जा रहा है। खास यह भी है कि प्रसाद बनाने में सनातन धर्म से जुड़े लोगों को ही लगाया गया है, जो स्नान के बाद ही काम शुरू करते है।