वाराणसी, 26 अगस्त
देश में 100 स्मार्ट सिटी बनाने की लिस्ट में वाराणसी का चयन जून 2015 में किया गया था। इससे बनारसियों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उनके मन में बदहाल बनारस को स्मार्ट देखने की ललक पैदा होने लगी। एक बेहतर जिंदगी की उम्मीद शुरू हो गई। लेकिन यूपी में हुए जोरदार बारिश ने वाराणसी के स्मार्ट सिटी होने के दावे को धो दिया है।
हालत यह है कि जलकल विभाग की लापरवाही से कान्हा के भक्तों को कीचड़ और गंदे पानी से होकर गुजरना पड़ा। दुर्गाकुंड स्थित इस्कॉन मंदिर के सामने पिछले तीन दिनों से जलजमाव की समस्या बनी हुई है। इसकी शिकायत भी की थी लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। हारकर मंदिर प्रबंधन की ओर से गेट पर पटरा रखकर श्रद्धालुओं के प्रवेश का इंतजाम किया गया।
सड़क की दोनों पटरियों पर तीन दिनों से बारिश का पानी लगा है। इस वजह से महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को मंदिर आने-जाने में दिक्कत हुई। मंदिर के सामने सड़क काफी चौड़ी है। जहां श्रद्धालुओं के वाहनों की पार्किंग का प्रबंध होता था। मगर इस बार सड़क के दोनों ओर जलजमाव है। श्रद्धालुओं ने वाहन रास्ते पर पार्क कर दिए। इस कारण शाम के बाद से ही जाम की समस्या खड़ी हो गई। किसी तरह मंदिर के वॉलेंटीयर वाहनों को पार कराते रहे। मंदिर आए श्रद्धालुओं ने कहा कि जलजमाव के कारण काफी परेशानी हुई। नगर निगम और जलकल की लापरवाही का खामियाजा श्रद्धालुओं को भुगतना पड़ रहा है।