मथुरा, 26 अगस्त
जो लोग दुनिया के अंदर हर मुद्दों पर मुखर होते हैं, उनके सबके मुंह बांग्लादेश की घटना पर बंद हैं, क्योंकि क्योंकि उन्हें वोट बैंक खिसकने का भय है। पैरों के नीचे की खिसकती जमीन की चिंता है। तुष्टिकरण की राजनीति से ग्रसित इन लोगों को फिलीस्तीन दिखता है, लेकिन बांग्लादेश नहीं, क्योंकि वहां मंदिर तोड़े जा रहे हैं और हिंदुओं को मारा जा रहा है। संतों पर अत्याचार हो रहा है।
ये बयान है उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का । सीएम योगी ने रविवार को 5251वें श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के शुभारंभ के लिए मथुरा में थे। उन्होंने ब्रज के विकास के लिए श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की पूर्व संध्या पर 1037 करोड़ की 178 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया। अपने इस दौरे में सीएम योगी ने फिल्म अभिनेत्री पद्मिनी कोल्हापुरी के भजन एल्बम तथा उप्र ब्रज तीर्थ विकास परिषद द्वारा संकलित मीरा ग्रंथ का विमोचन भी किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर बरसाना को भी रोप वे का विशेष उपहार दिया है । अपने इस दौरे में सीएम योगी ने बटन दबाकर बरसाना के राधा रानी मंदिर के रोपवे, यमुना में पीपीपी मोड पर क्रूज, पांचजन्य प्रेक्षागृह का शुभारंभ भी किया। सीएम ने नंदोत्सव पर श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की सभी को शुभकामनाएं दी।
जो चुनौती सनातन धर्म के सामने, वही भारत की चुनौती है
सीएम ने अपने भाषण में कहा कि हमें वर्तमान की चुनौतियों को समझना पड़ेगा। जो चुनौती सनातन धर्म के सामने है, वही भारत की चुनौती है और जो भारत की चुनौती है, वही सनातन धर्म की चुनौती है। दोनों एक-दूसरे से खुद को अलग नहीं कर सकते। सीएम ने पूज्य संतों का आह्वान किया कि समाज को एकजुट करने के लिए एक साथ जुटना होगा। यदि हमने भूल की और समाज फिर से बंटा तो इसका भुगतान भारत को करना होगा । भारत को तोड़ने की जो साजिशें हो रही हैं, वह सफल हुईं तो हालात खराब होंगे। बांग्लादेश के अंदर हिंदुओं पर यातनाएं हो रही हैं। मठ-मंदिर तोड़े जा रहे हैं। शास्त्र, दर्शन, साधना पद्धति तभी सुरक्षित हो पाएगी, जब सनातन धर्म, देश और हिंदू समाज सुरक्षित होगा। हमें एक-एक कर के उन विभाजनकारी ताकतों को बेनकाब करना होगा, जो अपना उल्लू सीधा करने के लिए वादों के आधार पर समाज को बांटना चाहती हैं।
राष्ट्र के लिए हर बलिदान देने को तैयार
सीएम योगीने कहा कि ऐसे लोगों के लिए राष्ट्र की कीमत पर राजनीति अभीष्ट हो गई, लेकिन हमारे लिए राष्ट्र सर्वोपरि है। राष्ट्र की कीमत पर राजनीति नहीं होगी। हम पहले राष्ट्र को चुनेंगे और उसके लिए हर बलिदान को तैयार रहेंगे।
1971 में पाकिस्तान के 95 हजार सैनिकों को भारत के सामने समर्पण करना पड़ा था
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 1947 के पहले बांग्लादेश भी भारत का हिस्सा था। 1971 में बांग्लादेश को बचाने में हमारे हजारों सैनिकों ने बलिदान दिया था। पाकिस्तान के 95 हजार सैनिकों को भारत के बहादुर जवानों के सामने समर्पण करना पड़ा था। विश्व के इतिहास में किसी भी सेना की यह सबसे बड़ी विजय थी।
सनातन से पुराना कुछ भी नहीं
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पूरी दुनिया के लोगों में इस भूमि के प्रति अथाह आकर्षण है। जो समृद्ध थाती आपके पास है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उसी विकास व विरासत की बात करते हैं। हम भगवान श्रीकृष्ण का5251वां जन्मदिवस मनाने जा रहे हैं। दुनिया में कोई ऐसा देश, मत-मजहब, संप्रदाय ऐसा नहीं है जो कह सकता है कि उसकी उत्पत्ति इतनी पुरानी है। किसी का इतिहास 1400, 2000, 2700, 3000 वर्ष का होगा। इससे पुराना कोई मत, मजहब-संप्रदाय नहीं है। उससे पहले क्या था, कुछ भी पता नहीं, इसलिए हम कहते हैं कि धऱती का एक ही धर्म सनातन धर्म है। द्वापर के तत्काल बाद कलियुग आ गया। द्वापर के अंत में लंबे समय तक प्रभु की लीला का अहसास प्राप्त हुआ था। अब कलियुग में इतने वर्ष आगे बढ़ चुके हैं। उससे पहले त्रेता व सतयुग रहा होगा यानी हमारे पास लंबी विरासत है। इसे पूज्य संतों व इनकी विरासत ने संभालकर रखा है। आज भी धार्मिक आयोजनों के माध्यम से विरासत, कथा, भोजपत्रों, पांडुलिपियों, गुरु-शिष्य परंपरा के माध्यम से संरक्षण का कार्य किया है।
सात वर्ष पहले जवाहर बाग और अब जन्माष्टमी की होती है चर्चा
योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर विपक्ष की नीतियों और राजनीति की याद दिलाते हुए कहा कि ने सात वर्ष पहले यूपी की चर्चा गुंडागर्दी, दंगे-अराजकता, जवाहरबाग के कारण होती थी, आज यूपी की चर्चा रंगोत्सव, जन्मोत्सव, जन्माष्टमी से होती है।
अब यूपी की चर्चा अयोध्या में पांच सदी के इंतजार को समाप्त कर रामलला के विराजमान और काशी के कायाकल्प, वैष्णो कुंभ, प्रयागराज कुंभ, तीर्थ धाम और विकास को लेकर चर्चा होती है। अब उत्तर प्रदेश अनलिमिटेड पोटेंशियल वाला प्रदेश है। जिस यूपी को पहले विकास का बैरियर माना जाता था, उसे आज विकास व विरासत के बेहतरीन समन्वय से भारत के ग्रोथ इंजन में तेजी से योगदान देने के रूप में माना जाता है।
सीएम योगी ने सांसद हेमामालिनी की जम कर तारीफ की
सीएम ने हेमामालिनी को तीसरी बार जिताने के लिए ब्रजवासियों के प्रति आभार जताया। उनके भीतर कला व विकास के प्रति समर्पण का भाव है। जब हेमामालिनी पहली बार सांसद बनी तो संसद में पहला मुद्दा उठाते हुए कहा था कि क्या यमुना मैया को शुद्ध होने का अधिकार नहीं है। उन्होंने 84 कोसी परिक्रमा का मुद्दा उठाते हुए कहा कि ब्रज क्षेत्र के भौतिक व आध्यात्मिक उन्नयन में यह अत्यंत महत्वपूर्ण है। विकास की योजनाओं को लेकर वो न सिर्फ लखनऊ व दिल्ली आती हैं, बल्कि फोन करके भी यहां के विकास की चिंता करती हैं। सीएम ने जनप्रतिनिधियों व ब्रज तीर्थ विकास परिषद की भी सराहना की।
सीएम ने कहा कि ब्रज की पहचान आस्था, विश्वास, कला, संस्कृति, प्रेम से होती है। ब्रज के इस कार्यक्रम में एक-एक चीज विरासत के साथ जुड़कर दिख रही है चाहे वो पांचजन्य प्रेक्षागृह हो जिसमें एक हजार दर्शक एक साथ आ जाएंगे। शहीद लक्ष्मण स्मारक भवन भी भारत की विरासत, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के प्रति सम्मान का भाव व्यक्त करने का भी ये मंच है। कुसुम सरोवर के पुनरोद्धार कर लाउट-साउंड से जोड़ने का कार्य भी ब्रज में हो रहा है। रोपवे का कार्य राधा रानी मंदिर बरसाना में शुरू हुआ है। गोवर्धन की तहसील भवन का लोकार्पण हो रहा है। सरकार 45 करोड़ रुपये से वासुदेव वाटिका का निर्माण करने जा रही है। बरसाना में पर्यटन सुविधा केंद्र भी बनाना तय हुआ है।
इस अवसर पर योगी सरकार के मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण, जयवीर सिंह, संदीप सिंह, फिल्म अभिनेत्री व मथुरा की सांसद हेमामालिनी, मौजूद रहे।