कांगो में अकाउंटेंट की नौकरी करने गए युवक की मौत, शव वापस लाने परिजनों ने लगाई गुहार

ankit vishwakarma
ankit vishwakarma

जोधपुर, 21 अक्टूबर, 2024

जोधपुर के युवक की विदेश में नौकरी करने के दौरान कांगो में मौत हो गई है, अब परिजन युवक के शव को वापस स्वदेश लाने के लिए प्रयास कर रहे हैं। युवक की कांगो में ही स्वास्थ्य बिगड़ने के बाद अस्पताल में इलाज के दौरान साइलेंटअटैक आने से मौत हो गई। युवक जिस संस्थान में नौकरी करता था उनसे भी परिजनों ने बात की है लेकिन मलिक का कहना है कि शव को भारत भेजने में समय लगता है। परिजन जल्द से जल्द युवक के शव को स्वदेश लाना चाहते हैं ताकि परिवार के बीच उसका अंतिम संस्कार किया जा सके। स्थानीय प्रशासन द्वारा कांगो एंबेसी और विदेश मंत्रालय को भी इसकी सूचना दी गई है।

अकाउंटेंट की जॉब करता था मृतक
जोधपुर के प्रताप नगर सदर थाना क्षेत्र के इंदिरा कॉलोनी का निवासी महेंद्र कुमार राठौड़ पुत्र रमेश राठौड़ उम्र 25 वर्ष पिछले वर्ष भारत से कांगो अकाउंटेंट की जॉब के लिए गया था जिस संस्थान में महेंद्र काम कर रहा था, उसके साथ 3 वर्ष का एग्रीमेंट किया गया था लेकिन कुछ दिन पहले उसका स्वास्थ्य खराब हो गया। ऐसे में शनिवार को उसे अस्पताल में भर्ती किया गया था। अस्पताल में भर्ती होने के बाद और मृत्यु से कुछ समय पहले तक परिजनों से वीडियो कॉल पर महेंद्र की बात हो रही थी। परिजनों के अनुसार महेंद्र ने वीडियो कॉल पर बताया कि उसके अपेंडिक्स की नस पेट में फट गई है, उसका ऑपरेशन किया जाएगा। जब वीडियो कॉल पर बात हुई थी तब वह आईसीयू में भर्ती था इसके साथ ही ऑपरेशन के बाद जल्द उसे छुट्टी मिलने की बात भी बताई जा रही थी, लेकिन शनिवार दोपहर अस्पताल की ओर से फोन आया कि महेंद्र को साइलेंट अटैक आया है जिससे उसकी मौत हो गई ।

परिजनों ने लगाई शव भेजने की गुहार
परिजनों द्वारा जिस कंपनी में महेंद्र काम करता था उनसे मदद की गुहार लगाई तो मलिक ने कहा कि वहां कांगो में मंकी पॉक्स फैलने के कारण खर्च अधिक आ रहा है। इसके साथ ही अगर यह प्रयास भी करते हैं तो शव को भारत भिजवाने में एक महीने से ज्यादा का समय लग सकता है। ऐसे में अगर परिजन अनुमति दे तो उसका वहां पर अंतिम संस्कार करवा सकते हैं। वीडियो कॉल के माध्यम से परिजनों को अंतिम दर्शन का आश्वासन भी दिया। लेकिन परिजन महिंद्र के शव को स्वदेश लाना चाहते हैं

जवान बेटे की मौत की खबर सुनने के बाद से ही महेंद्र की मां बेसुध है और पूरा परिवार शोक में डूबा हुआ है। परिजन महेंद्र के परिवार को ढांढस देने के लिए घर पर पहुंचे हैं। परिजनों ने नाराज़गी जताते हुए कहा कि अभी तक किसी ने उनसे संपर्क नहीं किया वह खुद सोमवार को जिला कलेक्टर से मिलकर मदद की गुहार लगाएंगे।

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