अयोध्या, 31 अगस्त
पूर्व परिचित युवक ने किन्हीं कारणों से क्षुब्ध होकर युवती की हत्या की है। परिवार से मिली तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर आरोपी को हिरासत में ले लिया गया है। आरोपी ने पूछताछ में हत्या करने की बात कबूल की है। शव मिलने के 12 घंटे के भीतर घटना का खुलासा कर दिया गया है।
• राजकरण नय्यर, एसएसपी अयोध्या
गोसाईगंज नगर के रेलवे स्टेशन के पीछे स्थित डाक बंगले के खंडहरनुमा कमरे में गुरुवार को संदिग्ध परिस्थितियों में मिली युवती की हत्या के मामले का खुलासा पुलिस ने कर दिया है। पुलिस के अनुसार, इस हत्याकांड को अंजाम युवती के प्रेमी ने ही दिया था। हत्या के बाद आरोपी ने युवती की मां को फोन करके सूचना दी कि उसकी बेटी की हत्या हो चुकी है और उसका शव डाक बंगले के एक कमरे में पड़ा है।
एसएचओ परशुराम ओझा के अनुसार, 21 वर्षीय युवती की नृशंस हत्या के आरोपी की पहचान सुल्तानपुर के थाना कूरेभार के देवकली निवासी दीपक कुमार के रूप में हुई है। आरोपी को बृहस्पतिवार रात दो बजे गोसाईगंज कस्बे के महादेवा मंदिर रोड से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने आरोपी के पास से मृतक के दो मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं।
पूछताछ में आरोपी ने हत्या की बात कबूलते हुए बताया कि उसका सविता नामक युवती के साथ तीन साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था। वह मुंबई में नौकरी करता था, और पांच महीने तक सविता उसके साथ मुंबई में लिव-इन रिलेशन में रही थी। मई महीने में सविता की बड़ी बहन और भाई की शादी के दौरान वह अपनी मां के अनुरोध पर सविता को लेकर मुंबई से वापस आया था। इसके बाद, सविता ने एक अन्य युवक बालगोविंद से बातचीत शुरू कर दी और दीपक के फोन तक उठाना बंद कर दिया, जिससे वह नाराज हो गया।
21 अगस्त को उसने सविता को गोसाईगंज कस्बे में बुलाया और उसे रेलवे स्टेशन के पीछे बने डाक बंगले में ले गया। वहां दोनों के बीच झगड़ा हुआ, जिसके बाद दीपक ने सविता का गला दबाकर हत्या कर दिया और शव को वहीं छोड़कर फरार हो गया। गुरुवार को उसने सविता की मां को फोन करके शव की लोकेशन बताई।
गुरुवार की दोपहर बाद अंबेडकर नगर के अकबरपुर कोतवाली क्षेत्र के कनक पट्टी, दशमढे निवासी कमला देवी ने गोसाईगंज कोतवाली पहुंचकर बताया कि उन्हें एक फोन आया था, जिसमें बताया गया कि उनकी बेटी का शव गोसाईगंज स्टेशन के पास डाक बंगले में पड़ा है। कमला देवी की पुत्री 21 अगस्त को महामाया मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए घर से निकली थी, लेकिन उसकी गुमशुदगी की सूचना कहीं दर्ज नहीं की गई थी।
पुलिस ने खोजबीन के बाद डाक बंगले के पुराने खंडहरनुमा कमरे से युवती का सड़ा-गला शव बरामद किया। शव को हत्या के बाद जलाए जाने की आशंका है। मां ने कपड़ों और चप्पल से बेटी की पहचान की। शव के हाथ और पैर ही बचे हुए हैं, जबकि पेट से गर्दन तक का हिस्सा बिल्कुल खत्म हो चुका है। सिर का भी कोई पता नहीं है। आरोपी विवाहित है और उसके दो बच्चे भी हैं। पुलिस ने विधिक कार्रवाई के बाद हत्या के आरोपी का चालान कर उसे जेल भेज दिया है।