
हरेन्द्र दुबे
गोरखपुर, 25 दिसम्बर 2024 :
यूपी के गोरखपुर में महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए एक नई शुरुआत करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर मंडल की महिलाओं के बीच पहुंचकर उनके हौसले को नई ऊंचाई दी। केंद्र और प्रदेश की डबल इंजन सरकार राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) के जरिए आधी आबादी को स्वावलंबी बनाने की दिशा में उल्लेखनीय कार्य कर रही है।
गोरखपुर में महिला स्वयं सहायता समूहों (एस एच जी ) का व्यापक विस्तार
एनआरएलएम के तहत गोरखपुर जिले में 18,794 महिला स्वयं सहायता समूह गठित किए गए हैं, जिनसे 2,94,364 परिवार लाभान्वित हुए हैं। इन समूहों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए 17,325 समूहों को लगभग 27 करोड़ रुपये का रिवॉल्विंग फंड उपलब्ध कराया गया है। इस फंड की राशि 15,000 रुपये से बढ़ाकर 30,000 रुपये कर दी गई है, जिससे महिलाओं को और अधिक आर्थिक संबल मिला है।
आर्थिक आत्मनिर्भरता की राह पर महिलाएं
एनआरएलएम से जुड़ी महिलाएं सब्जी उत्पादन, नमकीन, मशरूम, कृत्रिम आभूषण, बैग निर्माण, ड्रेस डिजाइनिंग और टेक होम राशन जैसे विविध कार्यों में संलग्न होकर अपनी आजीविका को समृद्ध बना रही हैं। गोरखपुर में टेक होम राशन की छह यूनिट्स के माध्यम से 120 महिलाओं को रोजगार मिला है। इन यूनिट्स के जरिए जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों तक पुष्टाहार का वितरण सुनिश्चित किया जा रहा है।
सीएम योगी का विशेष कार्यक्रम
शनिवार, 21 दिसंबर को योगीराज बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को सीसीएल प्रमाण पत्र वितरित करेंगे। साथ ही, उत्कृष्ट कार्य करने वाली बैंक सखी, ड्रोन दीदी, लखपति दीदी, बीसी सखी और विद्युत सखी जैसी महिलाओं को सम्मानित करेंगे।
दुग्ध उत्पादक संस्था का लोकार्पण
इस कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर में बाबा गोरखनाथ कृपा दुग्ध उत्पादक संस्था का लोकार्पण करेंगे। इसके साथ ही गोरखपुर मंडल में स्थापित सात दुग्ध अवशीतन केंद्रों का भी उद्घाटन किया जाएगा। ये केंद्र गोरखपुर, देवरिया और कुशीनगर में स्थापित किए गए हैं, जो दुग्ध उत्पादन को प्रोत्साहित करेंगे।
डबल इंजन सरकार की यह पहल न केवल महिलाओं को आत्मनिर्भर बना रही है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक और सामाजिक सशक्तिकरण की दिशा में एक नई मिसाल कायम कर रही है।






