नई दिल्ली , 17 सितंबर 2024
8 जून 1981 को जन्मीं आतिशी के पिता प्रोफेसर विजय सिंह, दिल्ली विश्वविद्यालय में पढ़ाते थे. उनकी मां का नाम तृप्ता सिंह है. आतिशी ने 2015 से 2018 के दौरान दिल्ली के तत्कालीन डिप्टी सीएम और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया के सलाहकार को तौर पर काम किया है. 2019 में उन्हें आम आदमी पार्टी ने पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया था, जिसमें उनकी हार हुई. 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में आतिशी कालकाजी विधानसभा सीट से चुनाव में खड़ी हुईं और 11 हजार वोटों के अंतर से जीत दर्ज की.
मनीष सिसोदिया के कथित शराब घोटाले में जेल जाने के बाद उन्हें दिल्ली का शिक्षा मंत्री बनाया गया. पिछले कुछ समय से जब अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया समेत आप के तमाम बड़े नेता जेल में थे, तब आतिशी ही दिल्ली सरकार और आम आदमी पार्टी का काम संभाल रही थीं और विपक्ष के हमलों का जवाब दे रही थीं.
आतिशी दिल्ली की तीसरी महिला सीएम होंगी। उनसे पहले शीला दीक्षित साल 1998 से लेकर 2013 तक दिल्ली की सीएम रही थीं। शीला दीक्षित से पहले सुषमा स्वराज साल 1998 में दिल्ली की सीएम बनी थीं। सुषमा स्वराज के रूप में दिल्ली को पहली महिला सीएम मिली थीं। हालांकि वह इस पद पर केवल 52 दिनों के लिए रही थीं।
दरअसल प्याज की कीमतों में बढ़ोतरी की वजह से विधानसभा चुनाव से ठीक पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा को इस्तीफा देना पड़ा था। इस दौरान सुषमा स्वराज को सीएम बनाया गया था। इसके बाद हुए विधानसभा चुनावों में बीजेपी हार गई थी और फिर कांग्रेस से शीला दीक्षित दिल्ली की सीएम बनी थीं।