भागलपुर,3 जनवरी 2025
बिहार के भागलपुर जिले में एक युवक को अपनी ही बाइक पर बैठा देखकर पुलिस ने चोर समझकर उसे जबरन उठाकर थाने ले गई। मो आसिफ अपनी मां को कोर्ट छोड़ने गया था और बाइक पर बैठा था, तभी पुलिस ने उसे संदिग्ध मानते हुए बाइक के कागजात की जांच के लिए कहा। युवक ने बताया कि बाइक उसकी मां के नाम से है और कागजात फोन पर मंगवाने के लिए समय मांगा, लेकिन पुलिस ने उसकी बातों को नजरअंदाज कर उसे जीप में बैठा लिया और तिलकामांझी थाने ले गई। युवक के परिजनों ने कागजात दिखाए, जिसके बाद उसे छह घंटे बाद पीआर बांड भरवाकर छोड़ दिया गया।
तिलकामांझी थाने के पुलिस अधिकारी शंभु पासवान ने कहा कि क्षेत्र में बाइक चोरी की घटनाओं के बढ़ने के कारण संदिग्धों की जांच की जाती है। हालांकि, उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि युवक ने जांच के लिए आधार कार्ड और बाइक नंबर से पहचान की मांग की थी, लेकिन पुलिस ने इसे नजरअंदाज किया। पुलिस की इस कार्रवाई से स्थानीय लोग भी हैरान थे, क्योंकि युवक बार-बार अपनी मासूमियत का दावा कर रहा था, लेकिन पुलिस ने उसे थाने ले जाने में कोई कसर नहीं छोड़ी।